नई दिल्ली/फरीदाबाद: अरावली की पहाड़ियों में चल रहे 34वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में जहां हस्तशिल्प कला लोगों के मन को भा रही है. वहीं दूसरी तरफ विलुप्त होती जादू की कला को जिंदा रखने वाला जादूगर भी मेले में आकर्षण का केंद्र हैं. वो अपनी जादुई कला से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा रहा है.
जादुई कला से लोगों का मनोरंजन करता जादूगर
सुखबीर नाम के ये जादूगर पलवल के तहसील होडल के रहने वाले हैं और वह अपने पूर्वजों के समय से ही इस जादू की कला में हैं. उन्होंने बताया कि आज जादू की कला का कोई महत्व नहीं रह गया है. लेकिन वह फिर भी लोगों के मनोरंजन के लिए जादू की कला करते आ रहे हैं. इसी बीच सुखबीर ने छोटी चौपाल पर अपनी जादू की कला से लोगों का मनोरंजन भी किया.
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आपको बता दें कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में सुबह से ही दर्शकों का आना शुरू हो जाता है और कुछ ही देर में मेले का आलम ये हो जाता है कि मेला परिसर की सभी पार्किंग भर गई. मेला परिसर में हर तरफ दर्शकों की भीड़ ही नजर आ रही थी. मेला प्रशासन के अनुसार रविवार को करीब 1.75 लाख दर्शक मेला देखने पहुंचे. इससे शिल्पकारों के चेहरे भी खिल उठे. इन नौ दिनों में करीब 10 लाख दर्शक मेला देखने आ चुके हैं.