नई दिल्ली/फरीदाबाद: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर फरीदाबाद में कोरोना से लड़ने की जंग तेज हुई. जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के साथ मिलकर सामाजिक संस्थाएं लोगों को प्लाज्मा डोनेशन के लिए मोटिवेट करेंगी.
जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने अभियान की विधिवत शुरुआत की. अनेक समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में मौजूद रहे. इस मोके पर जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने कहा कि प्लाज्मा डोनेशन के जरिए फरीदाबाद कोरोना को हराएगा.
प्लाज्मा डोनेशन के माध्यम से लोग कोरोना की बीमारी से जंग जीत रहे हैं. इसी के मद्देनजर फरीदाबाद रेड क्रॉस सोसाइटी ने गांधी जयंती के अवसर पर प्लाज्मा डोनेशन मोटिवेशनल रैली का आयोजन किया. इस रैली से लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए मोटिवेट किया जाएगा.
क्या है प्लाज्मा थैरेपी ?
प्लाज्मा थैरेपी में ऐसे लोगों से ब्लड लिया जाता है, जो कोरोना संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. कोरोना से ठीक हुए उन्हीं लोगों का सैंपल लिया जाएगा, जिन्हें हाइपरटेंशन, शुगर और कोई अन्य बीमारियां नहीं होगी. एक व्यक्ति से 300 से 500 मिलीलीटर प्लाज्मा लिया जाएगा.
ऐसे व्यक्ति के रक्त से प्लाज्मा लेकर नए मरीज को देने पर डोनर के रक्त में मौजूद एंटीबॉडी मरीज के शरीर में मौजूद वायरस को न्यूट्रलाइज कर देगा. इस विधि में आधुनिक टेक्नोलॉजी युक्त मशीन से डोनर के शरीर में मौजूद खून से प्लाज्मा निकाला जाता है. वहीं रेड ब्लड सेल (आरबीसी) और व्हाइट ब्लड सेल (डब्ल्यूबीसी) मरीज के शरीर में वापस चले जाते हैं, जिसे प्लाज्मा फेरेसिस कहा जाता है.