नई दिल्ली/पलवल: गांव दिघौट में 27 जुलाई को सुन्दर नामक व्यक्ति के अपहरण के मामले को जिला पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने सुंदर को बरामद कर लिया है. जिसके बाद खुलासा हुआ है कि वो अपनी मर्जी से दिल्ली स्थित एक आश्रम में चला गया था.
उपपुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि 27 जुलाई को गांव दिघौट निवासी सुन्दर के पिता इन्द्र ने दिघौट चौकी मे लिखित शिकायत दी थी कि उनका लड़का सुन्दर 26 जुलाई रविवार को अपने घर में सो रहा था. करीब 11 बजे उसे किसी ने नाम लेकर घर से बाहर बुलाया और उसके साथ झगड़ा करने लगा. तभी सुंदर ने अपने बेटे कृष्ण को आवाज लगाई. जब तक बेटा लाठी लेकर घर से बाहर आया. तब तक किडनैपर सुंदर को ईको गाड़ी में लेकर फरार हो गया.
शिकायत में अपहरण का आरोप गांव बंचारी निवासी सुंदर की पत्नी सोनम, साला सतपाल, पप्पू और ससुर तोता पर लगाया गया था. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज करके मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी.
झूठी कहानी का पर्दाफाश
जांच के दौरान जब पुलिस ने सुन्दर के लड़के से पूछताछ की तो उसकी झूठी कहानी का पर्दाफाश हुआ और 31 जुलाई को सुन्दर ने अपने परिजनों के साथ चौकी में पेश होकर पुलिस को बताया कि वो गृह क्लेश और मानसिक तनाव के कारण अपनी मर्जी से दिल्ली स्थित एक बाबा के आश्रम में चला गया था. पुलिस ने सुंदर को मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करके परिजनों के हवाले कर दिया है.