नई दिल्ली/पलवल: जिले में 21 नवम्बर से 4 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा शुरू किया गया है. पुरुष नसबंदी पखवाड़े के बारे में सिविल सर्जन डॉ.ब्रह्मदीप सिंह ने बताया कि इसमें प्रोत्साहन राशि 2 हजार रखी हुई है. मोटिवेटर अगर कोई 3 पुरुष नसबंदी के केस करवाता है तो उसे 1 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा और साथ में इनटेंसिव भी दिया जाएगा, जो व्यक्ति नसबंदी करवाएगा उसे 2 हजार रुपए प्रोत्साहन राशी के रूप में दिया जाएगा.
सिविल सर्जन का कहना है कि पलवल जिले में फैमिली प्लानिंग में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की भागीदारी ज्यादा रहती है. वहीं पुरुषों की भागीदारी केवल 2 प्रतिशत रहती है. इसमें प्रोत्साहन राशि 2 हजार रखी हुई है. मोटिवेटर यदि कोई 3 पुरुष नसबंदी के केस करवाता है तो उसे 1 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा और साथ में इनटेंसिव भी दिया जाएगा, जो व्यक्ति नसबंदी करवाएगा उसे 2 हजार रुपए प्रोत्साहन राशी के रूप में दिया जाएगा.
'100 केस में से 98 केस महिलाओं के होते हैं'
डॉ. ब्रह्मदीप ने कहा कि यह पखवाडा हम लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए चलाया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप ने बताया कि यह मिथ्या है कि 100 में से 98 सर्जरी महिलाएं कराती हैं. फैमिली प्लानिंग की सर्जरी पुरुष बहुत कम कराते हैं तो यह पकवाड़ा पुरुषों को नसबंदी के लिए प्रोत्साहित करने के लिए चलाया जा रहा है ताकि पुरुष भी इस कार्यक्रम में पूर्ण रूप से हिस्सा लें.
सर्जरी से डरने की जरूरत नहीं है- डॉ. ब्रह्मदीप
डॉ. ब्रह्मदीप का कहना है कि सर्जरी से पुरुषों को डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम 2 घंटे के अंदर ही अस्पताल से छुट्टी कर देते हैं. अगले दिन ही वह अपने काम पर जा सकते है. अगर पुरुषों को ऐसा लगता है कि कमजोरी आ जाएगी ऐसा नहीं है. उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रोत्साहन राशि महिलाओं को 1 हजार 400 रुपए और पुरुषों को 2 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाती है.
इसमें प्रोत्साहन राशि 2 हजार रखी हुई है. मोटिवेटर यदि कोई 3 पुरुष नसबंदी के केस करवाता है तो उसे 1 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा और साथ में इनटेंसिव भी दिया जाएगा, जो व्यक्ति नसबंदी करवाएगा उसे 2 हजार रुपए प्रोत्साहन राशी के रूप में दिया जाएगा.