नई दिल्ली/फरीदाबाद: सरकार की ओर से जगह-जगह लोगों की सुविधाओं को देखते हुए पंचायत भवनों में सरकारी ऑफिस बनाए गए हैं, लेकिन फिर भी अगर लोग दफ्तर ढूंढने को भटक रहे हैं तो इसमें या तो लोग ना समझ हैं या प्रशासन की ओर से कहीं कमी है. क्योंकि बल्लभगढ़ पंचायत भवन में हर रोज लोगों को किसी विशेष काम को कराने के उससे जुड़े दफ्तर को ढूंढने में काफी वक्त बर्बाद करना पड़ता है.
बल्लभगढ़ पंचायत भवन में जगह-जगह जो दफ्तर बने हैं. फिर भी लोगों को उनको ढूंढने में काफी परेशानी करनी पड़ती है. यहां हजारों की संख्या में लोग अपने कामकाज के लिए आते हैं और यहां आकर उनका काफी समय सिर्फ इस बात में बर्बाद हो जाता है कि आखिर उस पर्टीकुलर काम को किस दफ्तर में कराएं और कौन अधिकारी करेगा?
बल्लभगढ़ पंचायत भवन में अन्य-अन्य कामों से जुड़े दफ्तर बने हुए हैं, लेकिन अधिकतर के बाहर ना तो विभाग की प्लेट है और ना ही अधिकारी के नाम की प्लेट. जिससे लोगों को दफ्तर ढूंढने में काफी परेशानी करनी पड़ती है. यहां काम के लिए आने वाले हजारों लोग आप दफ्तर ढूंढते हुए मिल जाएंगे. लोगों के समय को बर्बाद करने के लिए कहीं ना कहीं तो प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है.
इस बारे मे हमने पंचायत भवन में आए लोगों से बात की तो उनमें से एक राकेश नाम के एक आदमी ने बताया कि उसे पटवारी हाउस में जाना है, ना तो उसे पटवारी हाउस का पता है और ना ही पटवारी का नाम. यहां पर कोई बताने वाला भी न हीं है. प्रशासन को सूचना बोर्ड लगाने चाहिए, जिससे कि उनका समय बर्बाद ना हो.