फरीदाबाद: सेक्टर-37 से तिलपत-पल्ला तक बनाई जा रही 77 फुट चौड़ी सड़क निर्माण में तोड़े जा रहे मकानों के विरोध नें कांग्रेस विधायक ललित नागर ने लोगों के साथ प्रदर्शन किया. विधायक ललित नागर ने नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकालते हुए सरकारी काम में बाधा डाला.
जहां विधायक ने ठेकेदार को हड़काते हुए उनसे डीपीआर मांगी तो उनके पास कोई डीपीआर नहीं थी, जिस पर विधायक ने काम रुकवा दिया. विधायक ललित नागर ने खुलेआम केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर भेदभाव की राजनीति करने का आरोप लगाया. वहीं इस राजनीति का शिकार हो रहे लोग भी रोते हुए नजर आए.
स्थानीय लोगों ने विधायक ललित नागर को अपना दुखड़ा सुनाते हुए बताया कि वह पिछले 30-40 वर्षो से यहां रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं, अब इस सड़क निर्माण की आड़ में प्रशासन उनके आशियाने उजाड़ रहा है, जबकि सड़क की दूसरी ओर जहां कुछ भाजपा नेताओं के समर्थकों के मकान है, उनको बचाने के लिए उस तरफ 20 फुट की ग्रीन बैल्ट छोड़ी जा रही है, आखिर ये भेदभाव क्यों.
उन्होंने कहा कि पूरे जीवनभर मेहनत मजदूरी करके उन्होंने यहां 50 व 60 वर्ग गज के मकान बनाए है, जिसमें वो अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर रहे हैं, अगर प्रशासन उनके इन मकानों तो तोड़ देगा तो उनके पास रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं रहेगा. उनका कहना था कि वो इस मामले को लेकर कई बार केंद्रीय राज्यमंत्री के कार्यालय पर गए परंतु उन्होंने इस मामले से पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया.
![MLA Lalit Nagar accused Union Minister Krishnagopal Gurjar for discrimination](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/2596338_618_651bfd09-4065-42a0-b496-bb56f148a192.png)
वहीं लोगों का दुखड़ा सुनने के बाद विधायक ललित नागर ने केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर बड़ा हल्ला बोलते हुए कहा कि वो अपने कुछ चुनिंदा कार्यकर्ताओं को लाभ देने के लिए हजारों लोगों को बेघर करने पर तुले है. वो मंत्री महोदय से पूछना चाहते है कि क्या इन लोगों ने उन्हें चुनावों में वोट नहीं दिए? तो फिर इन लोगों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों बरता जा रहा है.
उन्होंने कहा कि वो सड़क निर्माण के खिलाफ नहीं है परंतु सड़क बनाने के दौरान समान नीति से कार्य होना चाहिए, एक तरफ तो 20 फुट की ग्रीन बेल्ट छोड़ी जा रही है, जबकि दूसरी ओर गरीबों के आशियाने उजाड़े जा रहे है, ये कहां का इंसाफ है.