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सवालों में फरीदाबाद का बादशाह खान अस्पताल, 1 साल में 125 नवजातों की मौत

फरीदाबाद के एकमात्र बादशाह खान अस्पताल में 1 जनवरी 2018 से लेकर अब तक 125 नवजात की मौत हो चुकी है. चिकित्सा अधिकारी इसे बेहद गंभीर स्थिति में लाए हुए बच्चों की संख्या बता रहे हैं, साथ ही चिकित्सा सुविधाओं का अभाव भी बता रहे हैं.

In Badshah Khan hospital Faridabad, 125 newborns died in 1 year
बादशाह खान अस्पताल
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Published : Jan 14, 2020, 11:53 PM IST

नई दिल्ली/फरीदाबादः राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार के बाद अब फरीदाबाद के एकमात्र हॉस्पिटल बादशाह खान के 2019 के आंकड़ों के अनुसार 125 नवजातों की मौत के बाद सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों और सरकार के ऊपर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.

फरीदाबाद के एकमात्र बादशाह खान अस्पताल में 1 जनवरी 2018 से लेकर अब तक 125 नवजात की मौत हो चुकी है. चिकित्सा अधिकारी इसे बेहद गंभीर स्थिति में लाए हुए बच्चों की संख्या बता रहे हैं, साथ ही चिकित्सा सुविधाओं का अभाव भी बता रहे हैं.

बादशाह खान अस्पताल, 1 साल में 125 नवजातों की मौत

इसी को लेकर प्रधान चिकित्सा अधिकारी सविता यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 29 लाख की आबादी वाले इस शहर के बच्चों के इलाज के लिए केवल एक ही निक्को वॉर्ड की सुविधा अस्पताल के अंदर है. जिसमें बेड की भी संख्या काफी कम है,

वहीं उन्होंने कहा कि 1 साल में तकरीबन 2200 बच्चे इलाज के लिए एडमिट हुए थे. जिसमें से अधिकतर बच्चे बेहद नाजुक स्थिति में अस्पताल पहुंचे थे. इलाज के दौरान जिनके मौत हो गई.

'तमाम उन पहलुओं की गंभीरता से जांच करेंगे'

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे तमाम उन पहलुओं की गंभीरता से जांच करेंगे. जिस के कारण बच्चों का सही इलाज नहीं हो पाता और जिन संसाधनों की कमी अस्पताल के अंदर है. उसके बारे में सरकार को पत्र लिखकर बता दिया गया है और उन्हें उम्मीद है कि सरकार की तरफ से जल्द ही सुविधा मुहैया करवा दी जाएंगी.

नई दिल्ली/फरीदाबादः राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार के बाद अब फरीदाबाद के एकमात्र हॉस्पिटल बादशाह खान के 2019 के आंकड़ों के अनुसार 125 नवजातों की मौत के बाद सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों और सरकार के ऊपर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.

फरीदाबाद के एकमात्र बादशाह खान अस्पताल में 1 जनवरी 2018 से लेकर अब तक 125 नवजात की मौत हो चुकी है. चिकित्सा अधिकारी इसे बेहद गंभीर स्थिति में लाए हुए बच्चों की संख्या बता रहे हैं, साथ ही चिकित्सा सुविधाओं का अभाव भी बता रहे हैं.

बादशाह खान अस्पताल, 1 साल में 125 नवजातों की मौत

इसी को लेकर प्रधान चिकित्सा अधिकारी सविता यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 29 लाख की आबादी वाले इस शहर के बच्चों के इलाज के लिए केवल एक ही निक्को वॉर्ड की सुविधा अस्पताल के अंदर है. जिसमें बेड की भी संख्या काफी कम है,

वहीं उन्होंने कहा कि 1 साल में तकरीबन 2200 बच्चे इलाज के लिए एडमिट हुए थे. जिसमें से अधिकतर बच्चे बेहद नाजुक स्थिति में अस्पताल पहुंचे थे. इलाज के दौरान जिनके मौत हो गई.

'तमाम उन पहलुओं की गंभीरता से जांच करेंगे'

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे तमाम उन पहलुओं की गंभीरता से जांच करेंगे. जिस के कारण बच्चों का सही इलाज नहीं हो पाता और जिन संसाधनों की कमी अस्पताल के अंदर है. उसके बारे में सरकार को पत्र लिखकर बता दिया गया है और उन्हें उम्मीद है कि सरकार की तरफ से जल्द ही सुविधा मुहैया करवा दी जाएंगी.

Intro:एंकर ---फरीदाबाद से आए चौंका देने वाले आंकड़े 

सरकारी अस्पताल में 1 साल में 125 नवजात बच्चों की मौत

पीएमओ ने माना स्टाफ और संसाधनों की कमी भी है वजह 

बेहद गंभीर हालत में आते हैं बच्चे 

सरकार को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए लिखा गया है पत्र

 जल्दी ही हो जाएगी संसाधनों की कमी पूरी

पिछले साल 109 नवजात बच्चों की हुई थी मौतBody:


वीओ --- राजस्थान उत्तर प्रदेश और बिहार के बाद अब फरीदाबाद में भी आए चौंकाने वाले आंकड़े फरीदाबाद के एकमात्र हॉस्पिटल बादशाह खान के 2019 के आंकड़ों के अनुसार 125 नवजातो की मौत के बाद सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों और सरकार के ऊपर सवालिया निशान खड़े करते हैं इसी को लेकर प्रधान चिकित्सा अधिकारी सविता यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 29 लाख की आबादी वाले इस शहर के बच्चों के इलाज के लिए केवल एक ही निक्को वार्ड की सुविधा अस्पताल के अंदर है जिसमें बेड की भी संख्या काफी कम है वहीं उन्होंने कहा कि 1 साल में तकरीबन 2200 बच्चे इलाज के लिए एडमिट हुए थे जिसमें से अधिकतर बच्चे बेहद नाजुक स्थिति में अस्पताल पहुंचे थे जिनके इलाज के दौरान मौत हुई है हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे तमाम उन पहलुओं पर गंभीरता से जांच करेंगे जिस के कारण बच्चों को सही इलाज नहीं हो पाता और जिन संसाधनों की कमी अस्पताल के अंदर है उसके बारे में सरकार को  पत्र लिखकर बता दिया गया है और उन्हें उम्मीद है कि सरकार  की तरफ से जल्द ही सुविधा मुहैया करवा दी जाएंगी 


बाइट सविता यादव प्रधान चिकित्सा अधिकारीConclusion:फरीदाबाद के एकमात्र बादशाह खान अस्पताल में 1 जनवरी 2018 से लेकर अब तक 125 नवजात की मौत हो चुकी है चिकित्सा अधिकारी इसे बेहद गंभीर स्थिति में लाए हुए बच्चों की संख्या बता रहे हैं साथ ही चिकित्सा सुविधाओं का अभाव भी बता रहे हैं
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