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फरीदाबाद: रोडवेज कर्मचारियों का निजी बस चलाने को लेकर प्रदर्शन

दिल्ली से सटेे फरीदाबाद के बल्लभगढ़ इलाके में बस अड्डे पर आज हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने निजी बस चलाने का विरोध किया है और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आज उन्होंने 2 घंटे का सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर सरकार को चेताने का प्रयास किया है.

haryana roadways workers protest
रोडवेज कर्मचारियों का सांकेतिक प्रदर्शन
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Published : Dec 26, 2019, 3:24 PM IST

नई दिल्ली/फरीदाबादः दिल्ली से सटे हरियाणा राज्य में निजी बस चलाने के विरोध में हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने 2 घंटे का सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान फरीदाबाद में रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार को संकेत दिया है कि वो किसी भी हालत में प्राइवेट बसों को नहीं चलने देंगे. कर्मचारियों ने वर्कशॉप के गेट पर बसों को रोककर जमकर नारेबाजी की और सरकार को कर्मचारी विरोधी बताया.

रोडवेज कर्मचारियों ने की निजीकरण के खिलाफ नारेबाजी

रोडवेज कर्मचारियों का सांकेतिक धरना
बल्लभगढ़ के बस अड्डे पर आज हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने निजी बस चलाने का विरोध किया है और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आज उन्होंने 2 घंटे का सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर सरकार को चेताने का प्रयास किया है और कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो इस विरोध को प्रदर्शन में बदला जाएगा. रोडवेज कर्मचारियों ने कहा कि सरकार के इस निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी.

निजीकरण नहीं होगा बर्दाश्त- कर्मचारी नेता
वहीं हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वो किसी भी सूरत में प्राइवेट बसों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसके खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा. कर्मचारी नेताओं का कहना है कि अगर बेड़े में प्राइवेट बसें शामिल हुई तो इससे सबसे ज्यादा प्रभावित रोडवेज कर्मचारी होगा. कर्मचारी नेता राम आसरे ने कहा कि निजीकरण से वर्कशॉप डिपो भी बंद हो जाएंगे, ड्राइवर से लेकर कंडक्टर तक प्राइवेट हो जाएंगे. ऐसे में रोडवेज का ड्राइवर कहां जाएगा.

रोडवेज कर्मचारियों की मुख्य मांगे

  • चालक-परिचालक का वेतनमान बढ़ाया जाए
  • 2003 के कर्मचारियों को पक्का किया जाए
  • 365 कच्चे ड्राइवरों को पक्का करना
  • 3 साल का पेंडिंग बोनस दिया जाए
  • 18 दिन की हड़ताल के दौरान एस्मा के तहत दर्ज केस वापस लिए जाए
  • किलोमीटर स्कीम को रद्द कर निजीकरण को रोका जाए
  • 14 हजार सरकारी बसों को बेड़े में शामिल किया जाए
  • 5 हजार जोखिम भत्त दिया जाए
  • परिचालक का ग्रेड पे बढ़ाना
  • कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां दूर करना
  • पुराना ओवर टाइम देना
  • कर्मशाला कर्मचारियों की अवकाश कटौती पुन: बहाल करना
  • चालक-परिचालकों व कर्मशाला स्टाफ को हरियाणा सरकार के कैलेंडर अनुसार अवकाश देना

बता दें कि हरियाणा सरकार की तरफ से प्रदेश में जल्द ही 190 किलोमीटर स्कीम के अनुसार बसें चलाने के खिलाफ आज रोडवेज तालमेल कमेटी पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर रही है. इसके अलावा आगामी 8 जनवरी को हरियाणा रोडवेज की तालमेल कमेटी ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. इस दौरान प्रदेश की और भी कई कमेटियां इस हड़ताल में शामिल होंगी.

नई दिल्ली/फरीदाबादः दिल्ली से सटे हरियाणा राज्य में निजी बस चलाने के विरोध में हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने 2 घंटे का सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान फरीदाबाद में रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार को संकेत दिया है कि वो किसी भी हालत में प्राइवेट बसों को नहीं चलने देंगे. कर्मचारियों ने वर्कशॉप के गेट पर बसों को रोककर जमकर नारेबाजी की और सरकार को कर्मचारी विरोधी बताया.

रोडवेज कर्मचारियों ने की निजीकरण के खिलाफ नारेबाजी

रोडवेज कर्मचारियों का सांकेतिक धरना
बल्लभगढ़ के बस अड्डे पर आज हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने निजी बस चलाने का विरोध किया है और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आज उन्होंने 2 घंटे का सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर सरकार को चेताने का प्रयास किया है और कहा कि अगर सरकार नहीं मानी तो इस विरोध को प्रदर्शन में बदला जाएगा. रोडवेज कर्मचारियों ने कहा कि सरकार के इस निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी.

निजीकरण नहीं होगा बर्दाश्त- कर्मचारी नेता
वहीं हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वो किसी भी सूरत में प्राइवेट बसों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसके खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा. कर्मचारी नेताओं का कहना है कि अगर बेड़े में प्राइवेट बसें शामिल हुई तो इससे सबसे ज्यादा प्रभावित रोडवेज कर्मचारी होगा. कर्मचारी नेता राम आसरे ने कहा कि निजीकरण से वर्कशॉप डिपो भी बंद हो जाएंगे, ड्राइवर से लेकर कंडक्टर तक प्राइवेट हो जाएंगे. ऐसे में रोडवेज का ड्राइवर कहां जाएगा.

रोडवेज कर्मचारियों की मुख्य मांगे

  • चालक-परिचालक का वेतनमान बढ़ाया जाए
  • 2003 के कर्मचारियों को पक्का किया जाए
  • 365 कच्चे ड्राइवरों को पक्का करना
  • 3 साल का पेंडिंग बोनस दिया जाए
  • 18 दिन की हड़ताल के दौरान एस्मा के तहत दर्ज केस वापस लिए जाए
  • किलोमीटर स्कीम को रद्द कर निजीकरण को रोका जाए
  • 14 हजार सरकारी बसों को बेड़े में शामिल किया जाए
  • 5 हजार जोखिम भत्त दिया जाए
  • परिचालक का ग्रेड पे बढ़ाना
  • कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां दूर करना
  • पुराना ओवर टाइम देना
  • कर्मशाला कर्मचारियों की अवकाश कटौती पुन: बहाल करना
  • चालक-परिचालकों व कर्मशाला स्टाफ को हरियाणा सरकार के कैलेंडर अनुसार अवकाश देना

बता दें कि हरियाणा सरकार की तरफ से प्रदेश में जल्द ही 190 किलोमीटर स्कीम के अनुसार बसें चलाने के खिलाफ आज रोडवेज तालमेल कमेटी पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर रही है. इसके अलावा आगामी 8 जनवरी को हरियाणा रोडवेज की तालमेल कमेटी ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. इस दौरान प्रदेश की और भी कई कमेटियां इस हड़ताल में शामिल होंगी.

Intro:एंकर। निजी बस चलाने के विरोध में आज हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने 2 घंटे का सांकेतिक हड़ताल कर गसरकार को संकेत दिया है कि वह किसी भी हालत में प्राइवेट बसों को नहीं चलने देंगे। कर्मचारियों ने वर्कशॉप के गेट पर बसों को रोककर जमकर नारेबाजी की और सरकार को कर्मचारी विरोधी बताया।


Body:वीओ। दिखाई दे रहा यह नजारा है बल्लभगढ़ के जिला हरियाणा रोडवेज बस अड्डे का जहां पर आज हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने निजी बस चलाने का विरोध किया है और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आज उन्होंने 2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल कर सरकार को चेतावनी का प्रयास किया है और अगर सरकार नहीं मानी तो इस विरोध को प्रदर्शन में बदला जाएगा और लगातार इसके खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह किसी भी सूरत में प्राइवेट बसों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसके खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।


बाइट। राम आसरे कर्मचारी नेताConclusion:hr_far_01_bus_stand_karamchari_protest_vis_bite_7203403
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