नई दिल्ली/पलवल: मारपीट के मामले में समझौता कराने और जान से मारने की नीयत से गोली मारकर पीड़ित के खिलाफ धारा 307 का झूठा मुकदमा दर्ज कराने के मामले का होडल पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि पांच आरोपी फिलहाल फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है.
होडल डीएसपी बलवीर सिंह ने बताया कि 2 सिंतबर साल 2019 को होडल की अंधुआ पट्टी निवासी राहुल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके भाई कैलाश के साथ 25 सिंतबर साल 2019 को होडल के रामनगर निवासी लल्लु उर्फ ललित, कच्चा तालाब निवासी सतीश, राधे उर्फ राजेश उर्फ पतरा, अनिल, सुरेश, पवन, सूखा, कैलाश, यशपाल उर्फ गुलशन और मंजीत ने मारपीट की और गंभीर रुप से घायल कर दिया. जिस संबंध में पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
डीएसपी ने आगे बताया कि इसके बाद आरोपी ललित के बाकी साथियों ने उसे पांच लाख रुपये का लालच देकर कहा कि वो अपने पैर में गोली मार ले और पीड़ित राहुल और उसके साथियों के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराए. जिस पर ललित ने अपने साथियों की बात मान ली। और अगस्त साल 2020 में आरोपियों ने ललित के पैर पर गोली मारी और फिर पीड़ित राहुल और उसके साथी कैलाश, महेश, सुरेंद्र और मोहित के खिलाफ 307 का मामला दर्ज करा दिया.
अक्टूबर साल 2020 में नया नंगला निवासी गिर्राज ने मारपीट का मामला होडल थाने में दर्ज कराया, जिसमें अनिल और सतीश आरोपी पाए गए और उनको 17 अक्टूबर को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया.
रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अपने साथी रोहित और अन्य के साथ मिलकर मारपीट और लूटपाट वाले मामले का समझौता कराने और पीड़ति को झूठा फंसाने के लिए अपने साथी ललित के पैर में गोली मारी और 307 का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था.
जिसके बाद पुलिस ने 18 अक्टूबर को आरोपी ललित उर्फ लल्लू और रोहित गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड पर लिया. रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों ने सारे मामले का खुलासा किया. पुलिस ने गिरफ्तार चारों आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और बाकी फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है.