नई दिल्ली/फरीदाबाद: फीस एंड फंड रेगुलेटरी कमेटी (FFRC) में डेपुटेशन पर बतौर क्लर्क तैनात इंग्लिश टीचर को शिक्षा निदेशालय ने सस्पेंड कर दिया है. एफएफआरसी में तैनात क्लर्क हंसराज पर कई तरह के सवाल उठ रहे थे. अभिभावकों की तरफ से कई निजी स्कूलों की फीस बढ़ोतरी से संबंधित शिकायतें की गई थीं, लेकिन सूत्रों की मानें तो अभिभावकों की शिकायतों को दरकिनार करते हुए हंसराज निजी स्कूलों के पक्ष में रिपोर्ट बना रहे थे.
इस मामले में अभिभावक एकता मंच की तरफ से भी कई बार पत्र लिखे गए. लगभग 1 साल से एफएफआरसी में तैनात क्लर्क हंसराज की शिकायतों के चलते शिक्षा निदेशालय ने पहले भी दो बार वापस स्कूल में भेजने के आदेश जारी किए थे, लेकिन क्लर्क हंसराज ने स्कूल ज्वाइन नहीं किया. जिसके चलते स्कूल में बच्चों की पढ़ाई भी बाधित होती रही.
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अभिभावक एकता मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा का कहना है कि एफएफआरसी अभिभावकों की शिकायतों को सुनने के लिए बनाई गई थी, लेकिन इसके उलट एफएफआरसी ने निजी स्कूलों का पक्ष लेना शुरू कर दिया. जिसकी वजह से अभिभावक अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगे और इसी के चलते कई शिकायतें सीएम विंडो पर भी की गई.