नई दिल्ली/फरीदाबाद: जिले में हर जगह आवारा पशुओं की भरमार हो गई है. इन आवारा पशुओं की वजह से सड़कों पर रोजाना दुर्घटना घटती है. फरीदाबाद में सड़क से लेकर कूड़ेदान तक हर जगह आपको आवारा पशु घूमते हुए दिख जाएंगे.
शहर को कैटल फ्री बनाने का किया था वादा
आपको बता दें कि अक्टूबर 2017 में शहर के नगर निगम कमिश्नर समीरपाल सरो ने एक प्रेस वार्ता करके कहा था कि जनवरी 2019 तक फरीदाबाद आवारा पशु मुक्त शहर हो जाएगा. इस घोषणा पर उन्होंने खूब वाहवाही लूटी थी. लेकिन 2017 से लेकर 2019 तक कुछ नहीं बदला. आवारा पशुओं की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है.
रोजाना होती है सड़क दुर्घटना
आवारा पशुओं की वजह से सड़कों से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं. लेकिन सरकार से लेकर प्रशासन और नगर निगम तक कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
प्रशासन कर रहा है अनदेखी
सड़कों से गुजरने वाले वाहन चालकों की माने तो बाईपास पर आवारा गोवंश के चलते वो कई बार हादसे का शिकार होते-होते बच जाते हैं और कई बार तो हादसे हो भी चुके है. ये अनदेखी नगर निगम प्रशासन की निष्क्रियता को दिखाता है.
गौशाला होने के बाद भी सड़कों पर गाय
शहर में दर्जनों की संख्या में गौशाला भी खुली हुई हैं, जिनके नाम पर लाखों रुपये का चंदा भी इकठ्ठा होता है और सरकार से भी पैसा मिलता है. लेकिन गाय सड़कों पर है और कूड़ा और पॉलीथीन खाने को मजबूर है.
शिकायतकर्ता ने कही ये बात
वहीं इस पूरे मामले में शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता एलएन पराशर का कहना है कि सरकार अच्छी नीति बनाती है, लेकिन निचले स्तर के संबंधित अधिकारी सरकार की उन्हीं नीतियों को पलीता लगाते हुए धूमिल कर देते हैं. इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, जिला उपायुक्त और नगर निगम को लिखित में पत्र लिखकर शिकायत की है.