नई दिल्ली/फरीदाबादः बल्लभगढ़ शहर में अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. शहर के मेन बाजार में दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों के सामने सामान लगाकर किराए लेकर रेहड़ी भह लगवाई हुई हैं. जिस वजह से मार्केट में पैदल निकलने का भी रास्ता नहीं बचा है. मार्केट के दुकानदार इन रेहड़ियों से महीने में 5 से 10 हजार रुपये किराये के रूप में वसूल करते हैं. अतिक्रमण के चलते बाजार में पूरे दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है. पैदल निकलने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
अतिक्रमण का विकराल रूप !
बल्लभगढ़ का मेन बाजार आज अतिक्रमण के जंजाल में सबसे ज्यादा फंसा हुआ है. यहां दुकानदारों में सड़क पर आगे बढ़ाकर सामान रखने की होड़ लगी है. इसके चलते आए दिन दुकानदारों के आपस में झगड़े भी होते हैं. इसके अलावा अगर बाजार में एक दुकान में भी आग लग जाए तो उसे बुझाने के लिए दमकल विभाग की गाड़ियों के अंदर पहुंचने में इतना वक्त लग जाता है कि आग और ज्यादा बढ़ जाती है.
क्या है आमजन की राय ?
बढ़ते अतिक्रमण को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन को शहर में जाम से निपटने के लिए अतिक्रमण हटाते उन व्यापारियों पर शिंकजा कसें जो अपनी दुकानों के आगे किराए पर रेहड़ी और ठेले लगवाते हैं. लोगों ने बताया कि यहां दुकानदार तो लापरवाह है ही लेकिन उनके साथ-साथ प्रशासन का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है. उनका कहना है कि प्रशासनिक गाड़ियां भी सड़कों के बीचों-बीच खड़ी रहती है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती. इसके अलावा आम लोग भी बीच सड़क पर अपनी गाड़ी खड़ी कर देते हैं.
प्रशासन की ढील से मिला बढ़ावा
शहरवासियों ने कहा कि प्रशासन की ढील के चलते शहर में अतिक्रमण चरम सीमा पर है. फुटपाथ पर रेहड़ियां और फेरी वालों ने कब्जा कर रखा है. जिसकी वहज से आम लोगो को सड़क पर चलना पड़ता है. यही कारण है कि फिर ट्रैफिक जाम हो जाता है. लोगों का कहनाहै कि निगम वालों की मिलीभगत से सड़क किनारे पर निगम कार्यालय के पास ही 50 फुट तक कब्जा कर रखा है.
सांठ-गांठ से चलता है अतिक्रमण का व्यापार!
वहीं दुकानदारों का कहना है कि कुछ दुकानदारों की नगर निगम से सेटिंग चलती है. उनके मुताबिक सांठ-गांठ से अतिक्रमण का ये पूरा खेल काफी दिनों से चलता आ रहा है, लेकिन किसी का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. मिलीभगत के चलते दुकानदार सड़कों पर कब्जा कर अपना सामान दुकान के बाहर रख देते हैं लेकिन उन्हें बोलने वाला कोई नहीं होता. मार्केट एसोसिएशन के प्रधान प्रेम खट्टर ने बताया कि गलती दोनों तरफ से है प्रशासन भी ढील बरत रहा है तो वहीं कुछ दुकानदार नहीं मानते हैं जिनकी वजह से अतिक्रमण बढ़ गया है.
अधिकारियों का आश्वासन
नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर गगनदीप से बात की गई तो उनका जवाब ही कुछ अलग अंदाज में निकला. उनका कहना है कि अभी नगर निगम की तरफ से प्लानिंग की गई है कि आखिर किस तरीके से नगर निगम अतिक्रमण से निपटेगा. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में पुलिस और एसडीएम से मुलाकात कर इस समस्या का हल निकालने की प्लानिंग करगें.
हादसे का बना रहता है खतरा
बाजार में अतिक्रमण के कारण कभी भी बाजार में कोई बड़ा हादसा हो सकता है क्योंकि पिछले दिनों यहां एक ज्वेलर्स की दुकान में आग लग गई थी, जिसे बुझाने के लिए दमकल विभाग की गाड़ी को काफी मशक्कत के बाद आगजनी वाले स्थान तक पहुंच पाई थी. जिसके कारण एक दुकान में लगी आग तीन और दुकानों तक फैल गई और लाखों का माल राख हो गया.