नई दिल्ली/पलवल: विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर जिले में समग्र शिक्षा अभियान के तहत मंगलवार को दो दिवसीय दिव्यांग बच्चों की खेल व सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता का आयोजन जिले के स्टेडियम नेताजी सुभाष चंद्र बोस किया गया जा रहा है. प्रतियोगिता में पलवल, होड़ल, हथीन व हसनपुर ब्लॉक के दिव्यांग खिलाड़ियों ने भाग लिया.
कार्यक्रम में मौजूद समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना अधिकारी ने बताया कि जिला स्तरीय खेल एवं सांस्कूतिक प्रतियोगिता के पहले दिन विभिन्न आयु वर्ग में 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, लोंग जंप, शॉट फुट, टग ऑफ वार की प्रतियोगिता आयोजन किया गया.
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता के दूसरे दिन सोलो सांग, सोलो डांस, ग्रुप डांस का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती है.
'छुपी प्रतिभा को बाहर लाना'
उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों में छुपी हुई प्रतिभा को बाहर लाना है. उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चे अपने आप को कमजोर नहीं समझें. इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से दिव्यांग बच्चों को एक मंच प्रदान किया जा रहा है, जिसके माध्यम से उनकों आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.
'प्रतिभा के धनी होते हैं दिव्यांगजन'
स्थानीय लोगों का कहा कि दिव्यांगजन प्रतिभा के धनी होते हैं. सामान्य जनों से भी अधिक प्रतिभा उनके अंदर छुपी रहती है, दिव्यांगों को खेल व शिक्षा में आगे बढ़ाकर उनकी प्रतिभा को निखारा जा सकता है.
'अभिभावकों को करें जागरूक'
लोगों का कहना है कि दिव्यांगों के अभिभावकों को जागरूक करना बहुत जरुरी है. दिव्यांग अभिशॉप नहीं हैं, दिव्यांगों ने अपनी प्रतिभा के दम पर देश व प्रदेश में अपना नाम रोशन किया है.