नई दिल्ली/फरीदाबाद: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) से निपटने के लिए मेडिकल के रिसर्चर्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिसके चलते इस महामारी पर काबू पाने में मदद मिली है. इसी तरह फरीदाबाद में केंद्र सरकार के ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (THSTI) ने भी काफी रिसर्च की.
इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ. प्रमोद गर्ग ने कहा कि कोविड-19 (Covid 19) के दौरान आरटीपीसीआर (RTPCR) लैब स्थापित करने और वहां काम करने वाले लोगों को ट्रेनिंग दी गई. एंटीबॉडी किट बनाना और इसके साथ वैक्सीन ट्राइल पर भी उनकी तरफ से किया गया है.
डॉ. प्रमोद गर्ग ने कहा कि अब कोविड की अन्य वैक्सीन (Corona Vaccine) पर भी काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल जानवरों पर शुरू किया जा चुका है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले 3 से 4 महीने में इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे.
डॉ प्रमोद गर्ग का कहना है कि इसके अलावा भी इंस्टिट्यूट में कई मेडिकल क्षेत्र में काम किए जा रहे हैं और देश को तीसरी नई वैक्सीन जल्द मिलेगी. उन्होंने कहा कि कई मेडिकल कंपनियों के साथ मिलकर इनफ्लुएंजा शोध किया जा रहा है जिसके बहुत जल्द ही सकारात्मक परिणाम मिलेंगे.
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