ETV Bharat / city

शहीदी दिवस पर मजदूरों ने निकाला मार्च - मायापुरी में मजदूरों ने निकाला मार्च

शहीद दिवस के मौके पर मजदूरों ने मायापुरी औद्योगिक क्षेत्र में इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन के नेतृत्व में मार्च निकाला और जनसभा का आयोजन किया, जिसमें यहां की अलग-अलग फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों ने हिस्सा लिया.

शहीदी दिवस पर मजदूरों ने निकाला मार्च
author img

By

Published : Mar 23, 2022, 8:00 PM IST

नई दिल्ली : शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को 23 मार्च को फांसी दी गई थी, तभी से इस दिन को पूरे देश में शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर मजदूरों ने मायापुरी औद्योगिक क्षेत्र में इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन के नेतृत्व में मार्च निकाला.

शहीद दिवस पर मायापुरी में कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाल कर जनसभा का आयोजन किया, जिसमें यहां की अलग-अलग फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों ने हिस्सा लिया. यूनियन का कहना है इन तीनों महान सपूतों ने साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपनी जान दे दी. लेकिन इतने सालों बाद भी अपने देश में ही आजादी मिलने के बावजूद साम्राज्यवाद जारी है. इसका खामियाजा गरीब लोगों और फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को भुगतना पड़ता है.

शहीदी दिवस पर मजदूरों ने निकाला मार्च


लेकिन चाहे दिल्ली सरकार हो या केंद्र सरकार इस तरफ ध्यान नहीं देती, जिसकी वजह से इनके जीवन स्तर पर काफी फर्क पड़ता है. बुधवार भी देश में फैले साम्राज्यवाद के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए इस खास दिन को चुना गया. जिसमें इन तीनों शहीदों को नमन करके श्रद्धांजलि भी दी गई और लोगों में जागरूकता भी फैलाई गई. ताकि साम्राज्यवाद के खिलाफ लोग एकजुट हो सके और कोई भी सरकार हो उनकी इस समस्या की तरफ ध्यान दें. इन लोगों ने 2020 मे लागू हुई शिक्षा नीति में भी बदलाव की मांग की.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

नई दिल्ली : शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को 23 मार्च को फांसी दी गई थी, तभी से इस दिन को पूरे देश में शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर मजदूरों ने मायापुरी औद्योगिक क्षेत्र में इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन के नेतृत्व में मार्च निकाला.

शहीद दिवस पर मायापुरी में कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाल कर जनसभा का आयोजन किया, जिसमें यहां की अलग-अलग फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों ने हिस्सा लिया. यूनियन का कहना है इन तीनों महान सपूतों ने साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपनी जान दे दी. लेकिन इतने सालों बाद भी अपने देश में ही आजादी मिलने के बावजूद साम्राज्यवाद जारी है. इसका खामियाजा गरीब लोगों और फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को भुगतना पड़ता है.

शहीदी दिवस पर मजदूरों ने निकाला मार्च


लेकिन चाहे दिल्ली सरकार हो या केंद्र सरकार इस तरफ ध्यान नहीं देती, जिसकी वजह से इनके जीवन स्तर पर काफी फर्क पड़ता है. बुधवार भी देश में फैले साम्राज्यवाद के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए इस खास दिन को चुना गया. जिसमें इन तीनों शहीदों को नमन करके श्रद्धांजलि भी दी गई और लोगों में जागरूकता भी फैलाई गई. ताकि साम्राज्यवाद के खिलाफ लोग एकजुट हो सके और कोई भी सरकार हो उनकी इस समस्या की तरफ ध्यान दें. इन लोगों ने 2020 मे लागू हुई शिक्षा नीति में भी बदलाव की मांग की.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.