नई दिल्ली: लगातार बढ़ते पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दामों के चलते अब जनता पूरी तरह से परेशान हो चुकी है. रोज पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. जिससे इसका प्रभाव बाकि दूसरी चीजों पर भी पड़ रहा है. इन्हीं बढ़ती कीमतों से आम आदमी को कितनी परेशानी और उनकी जेब पर इसका कितना असर पड़ रहा है यह जानने के लिए आज ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से बातचीत की.
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महंगाई से घर चलाना हुआ मुश्किल
जनता की परेशानी इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि अब घर चलाने वाली महिलाएं घर से बाहर आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही हैं. महिलाओं का कहना है कि जहां पेट्रोल 100 रुपये के पार जा चुका है. वहीं डीजल भी लगभग 100 रुपये के नजदीक पहुंचने वाला है. साथ ही रसोई गैस के दाम भी 819 रुपये हो चुके हैं. इसी के साथ सीएनजी के दाम में भी इजाफा हो रहा है. जिसके कारण मार्केट में बिकने वाले रोजमर्रा के सामान भी अब आसमान छुने लगे हैं. ऐसे में महिलाओं का घर चलाना मुश्किल हो गया है.
महंगाई की दोहरी मार
सब्जी और फल के दाम के साथ-साथ अब सरसों तेल व रिफाइन्ड तेल जैसी खाने पीने की चीजें भी महंगी होती जा रही हैं. रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले इन सभी सामानों का दाम दोगुना हो गया है. सरकार को जनता की इस समस्या से कोई मतलब नहीं है. जनता पहले ही कोरोना वायरस से जूझ रही थी, ऊपर से महंगाई से लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.