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करनाल आतंकी कनेक्शन में नया खुलासा, दिल्ली की गाड़ी का इस्तेमाल - company of Bindapur Delhi

पंजाब में आतंकी जिस गाड़ी में सवार होकर जा रहे थे. उस पर दिल्ली का रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज है. छानबीन के दौरान पता चला है कि यह गाड़ी एब्सलूट सॉल्यूशन कंपनी के नाम पर पंजीकृत है. अभी यह साफ नहीं हो सका है कि यह गाड़ी चोरी की गई है या इस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाया गया है. यह गाड़ी सितंबर 2014 की बनी हुई है.

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Published : May 5, 2022, 5:02 PM IST

Updated : May 5, 2022, 5:34 PM IST

नई दिल्ली : पंजाब में आतंकी जिस गाड़ी में सवार होकर जा रहे थे. उस पर दिल्ली का रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज है. छानबीन के दौरान पता चला है कि यह गाड़ी एब्सलूट सॉल्यूशन कंपनी के नाम पर पंजीकृत है. अभी यह साफ नहीं हो सका है कि यह गाड़ी चोरी की गई है या इस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाया गया है. यह गाड़ी सितंबर 2014 की बनी हुई है.



पंजाब पुलिस ने करनाल से चार संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा है. आरोपियों के कब्जे से एक सफेद रंग की इनोवा कार मिली है. इनोवा पर दिल्ली का नंबर दर्ज है. यह गाड़ी दिल्ली स्थित एबसॉल्यूट सॉल्यूशन कंपनी के नाम पर पंजीकृत है. जो पश्चिमी दिल्ली के बिंदापुर के पते पर है. दिल्ली पुलिस के पास अभी तक इस गाड़ी के चोरी होने की कोई सूचना नहीं है, फिर भी दिल्ली पुलिस अपने स्तर पर छानबीन कर रही है.

दिल्ली के बिंदापुर की कंपनी के नाम पर पंजीकृत है आतंकियों से बरामद गाड़ी


पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली में किसी भी गाड़ी के मालिक का पता करने के लिए मुख्य तौर पर 2 तरीके हैं. पहले तरीके में दिल्ली पुलिस ट्रांसपोर्ट विभाग से संपर्क करके उन्हें गाड़ी का नंबर देती है. इसके बाद गाड़ी मालिक के बारे में तमाम जानकारियां मांगती है. इसके साथ ही कुछ ही समय पहले दिल्ली पुलिस ने एक नए ऐप बनाया है. जिसे व्ही स्कैन एप के नाम से जाना जाता है.

इसे भी पढ़ें : आतंकी नेटवर्क पर बड़ा खुलासा, करनाल से पकड़े चार आतंकी, तेलंगाना को दहलाने की थी साजिश

व्ही ऐप दिल्ली पुलिस के तमाम जवानों को दिया जाता है, जो पिकेट जांच पर तैनात रहते हैं. इसमें लॉग-इन करने के बाद वह किसी भी गाड़ी का नंबर डालते हैं तो पलभर में उस गाड़ी की पूरी डिटेल उनके मोबाइल की स्क्रीन पर आ जाती है. ऐसे में वह आसानी से पता लगा लेते हैं कि गाड़ी चोरी की है या नहीं. या इस गाड़ी का मालिक कौन है.

नई दिल्ली : पंजाब में आतंकी जिस गाड़ी में सवार होकर जा रहे थे. उस पर दिल्ली का रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज है. छानबीन के दौरान पता चला है कि यह गाड़ी एब्सलूट सॉल्यूशन कंपनी के नाम पर पंजीकृत है. अभी यह साफ नहीं हो सका है कि यह गाड़ी चोरी की गई है या इस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाया गया है. यह गाड़ी सितंबर 2014 की बनी हुई है.



पंजाब पुलिस ने करनाल से चार संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा है. आरोपियों के कब्जे से एक सफेद रंग की इनोवा कार मिली है. इनोवा पर दिल्ली का नंबर दर्ज है. यह गाड़ी दिल्ली स्थित एबसॉल्यूट सॉल्यूशन कंपनी के नाम पर पंजीकृत है. जो पश्चिमी दिल्ली के बिंदापुर के पते पर है. दिल्ली पुलिस के पास अभी तक इस गाड़ी के चोरी होने की कोई सूचना नहीं है, फिर भी दिल्ली पुलिस अपने स्तर पर छानबीन कर रही है.

दिल्ली के बिंदापुर की कंपनी के नाम पर पंजीकृत है आतंकियों से बरामद गाड़ी


पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली में किसी भी गाड़ी के मालिक का पता करने के लिए मुख्य तौर पर 2 तरीके हैं. पहले तरीके में दिल्ली पुलिस ट्रांसपोर्ट विभाग से संपर्क करके उन्हें गाड़ी का नंबर देती है. इसके बाद गाड़ी मालिक के बारे में तमाम जानकारियां मांगती है. इसके साथ ही कुछ ही समय पहले दिल्ली पुलिस ने एक नए ऐप बनाया है. जिसे व्ही स्कैन एप के नाम से जाना जाता है.

इसे भी पढ़ें : आतंकी नेटवर्क पर बड़ा खुलासा, करनाल से पकड़े चार आतंकी, तेलंगाना को दहलाने की थी साजिश

व्ही ऐप दिल्ली पुलिस के तमाम जवानों को दिया जाता है, जो पिकेट जांच पर तैनात रहते हैं. इसमें लॉग-इन करने के बाद वह किसी भी गाड़ी का नंबर डालते हैं तो पलभर में उस गाड़ी की पूरी डिटेल उनके मोबाइल की स्क्रीन पर आ जाती है. ऐसे में वह आसानी से पता लगा लेते हैं कि गाड़ी चोरी की है या नहीं. या इस गाड़ी का मालिक कौन है.

Last Updated : May 5, 2022, 5:34 PM IST
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