नई दिल्ली-नरेंद्र मोदी की सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश हो चुका है ऐसे में लोगों को इस बजट से बहुत ज्यादा उम्मीदें थी. खासतौर पर व्यापारी वर्ग और मिडिल क्लास को, लेकिन बजट आने के बाद कहीं ना कहीं व्यापारी वर्ग खासा निराश नजर आ रहा है.
ईटीवी भारत से बातचीत में व्यापारियों ने कहा कि इस साल का बजट हमारे लिए कुछ खास नहीं है. खासतौर पर मिडिल क्लास के व्यापारियों के लिए तो कुछ भी नहीं है. एक करोड़ के लोन की जो नई नीति लागू की है वह लोन तो तब मिलेगा जब लोन चुकाने के लिए पैसे होंगे.
पेट्रोल और डीजल के ऊपर सेस लगा दिया गया है. जो एक गलत फैसला है. जिससे ना सिर्फ सामान की ढुलाई बढ़ेगी बल्कि सामान भी महंगा होगा इसका सीधे तौर पर लोगों की जेब पर असर पड़ेगा. होम लोन को लेकर सरकार के द्वारा शुरू की गई नीति को लेकर भी व्यापारियों में कुछ खास उत्साह नहीं देखने को मिला.
जबकि स्टार्टअप के लिए जो सरकार ने व्यापारियों को छूट दी है उसे व्यापारियों ने एक सकारात्मक निर्णय बताया और साथ ही व्यापारी वर्ग पर ध्यान देने को कहा.