नई दिल्ली : तिहाड़ जेल में रहने के दौरान चंद्रा बंधुओं की मदद करने वाले 32 कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर गाज गिरने वाली है. जेल प्रशासन को दिल्ली पुलिस द्वारा भेजा गया पत्र मिल चुका है, जिसमें इन 32 जेल अधिकारियों के नाम लिखे हैं. इनमें से 30 जेल कर्मचारी परमानेंट हैं, जबकि दो कॉन्ट्रैक्ट पर हैं. कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा रहा है, जबकि अन्य 30 को निलंबित किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार, तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान चंद्रा बंधुओं की मदद की जा रही थी. वह जेल से ही अपना काम कर रहे थे. इस बाबत प्रवर्तन निदेशालय ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर को पूरे मामले की छानबीन कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे. दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना इस मामले की जांच करने के लिए खुद तिहाड़ जेल पहुंचे थे. छानबीन के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जेल के 32 कर्मचारी चंद्रा बंधुओं की मदद कर रहे थे. इस रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने जेल प्रशासन को एक्शन लेने के निर्देश दिए थे.
दिल्ली पुलिस की तरफ से इस रिपोर्ट में सामने आए नामों की सूची एक तरफ जहां जेल प्रशासन को भेजी गई थी तो वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्रालय को भी सौंपी गई थी. जेल सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस की तरफ से भेजा गया पत्र तिहाड़ जेल पहुंच गया है और चंद्रा बंधुओं की मदद करने वाले 32 जेल अधिकारियों के खिलाफ एक्शन की तैयारी हो चुकी है.
इनमें से 30 जेल के नियमित कर्मचारी हैं जबकि दो कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी हैं. इनमें से एक डाटा एंट्री ऑपरेटर और दूसरा नर्सिंग अर्दली है. 30 जेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जहां जेल प्रशासन द्वारा निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है तो वहीं कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा रहा है.
इस पूरे मामले को लेकर भ्रष्टाचार सहित कई धाराओं में FIR दर्ज हो चुकी है. इस मामले की छानबीन क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है. सूत्रों का कहना है कि इन 32 जेल कर्मचारियों को क्राइम ब्रांच द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. भूमिका पाने पर उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है.