नई दिल्ली : कोरोना से लगातार हो रही मौतों के बीच एक राहत भरी खबर है. केंद्र सरकार के नए निर्देशों के अनुसार अब कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट मिलने तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं रोका जा सकेगा. दिल्ली के अस्पतालों में अगर किसी मरीज की मौत होती है और उसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है तो कोविड प्रबंधन के तहत शव का अंतिम संस्कार किया जा सकता है. बाद में रिपोर्ट अगर पॉजिटिव आती है तो संबंधित परिवार और करीबियों की निगरानी दिशा-निर्देशों के अनुसार की जाएगी. भारत सरकार के स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. राजीव गर्ग ने दिल्ली एम्स के अलावा आरएमएल, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज को ये निर्देश दिए हैं. साथ ही इन दिशा-निर्देशों की पालन अन्य अस्पतालों में कराने के लिए दिल्ली सरकार को पत्र लिखा है.
अंतिम संस्कार में हो रही थी दिक्कत
दिल्ली के अस्पतालों में कोविड शवों को लेकर लंबे समय से अव्यवस्था देखने को मिल रही है. जांच रिपोर्ट आने से पहले मरीज की मौत होने के बाद उसके शव को मॉर्चरी में तब तक रखा जाता है जबत क की उसकी रिपोर्ट नहीं जाती. रिपोर्ट मिलने के बाद ही शव को कोविड प्रबंधन के तहत अंतिम संस्कार के लिए भेजा जा रहा था. इस व्यवस्था के चलते मॉर्चरी में शवों की संख्या बहुत ज्यादा हो रही थी. शवों को लेकर कई तरह की वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही थीं. इसे लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की बैठक में भी बड़ा सवाल खड़ा हुआ था. इसके बाद नई व्यवस्थाओं को लागू किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार जल्द ही दिल्ली सरकार अपने अस्पतालों के निदेशों को आदेश देते हुए शवों को रिपोर्ट के इंतजार में अस्पताल में रोके नहीं रखे जा सकेंगे. इतना ही नहीं रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद मृतक के परिवार और करीबी संपर्क वाले लोगों की सख्त से निगरानी भी सरकार को करनी होगी.
विशेषज्ञों की तीन कमेटियां गठित
कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली के हालातों में सुधार के लिए केंद्र सरकार ने दिल्ली में विशेषज्ञों तीन कमेटियां बनाई हैं. इन सभी कमेटियों में चार-चार सदस्य हैं. इनकी जिम्मेदारी दिल्ली के कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं का जायजा लेने और इलाज की समुचित व्यवस्था करवाने की होगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आदेश जारी करते हुए सभी विशेषज्ञों को तत्काल जिम्मेदारियों में जुटने का आदेश दिया है. केंद्र सरकार के विशेषज्ञ व्यवस्थाओं की एक पूरी रिपोर्ट बनाकर जल्द ही सरकार को सौंपने वाले हैं. इसके बाद दिल्ली सरकार के साथ मिलकर जरूरी दिशा-निर्देशों पर काम किया जाएगा.
किस समिति में कौन-कौन
जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार की तरफ से समितियां बनी हैं उनमे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, एम्स, दिल्ली स्वास्थ्य विभाग और दिल्ली नगर निगम के एक एक सदस्य शामिल हैं. इसमें जो पहली समिति है उसमे एम्स से प्रोफेसर अनंत मोहन, स्वास्थ्य मंत्रालय के डॉ. आर वर्मा, दिल्ली सरकार के डॉ. एसके सरीन और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के डॉ. रमेश कुमार शामिल हैं. दूसरी समिति में दिल्ली एम्स के डॉ. एंजेल रंजन सिंह, स्वास्थ्य मंत्रालय की डॉ. प्रोमिला सिंह, दिल्ली सरकार से डॉ. महेश वर्मा और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से डॉ. जीआर चौधरी को रखा गया है. तीसरी समिति में दिल्ली एम्स से डॉ. गगनदीप सिंह, स्वास्थ्य मंत्रालय से डॉ. एके गडपायले, दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. नूतन मुंडेजा और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से डॉ. बीके हजारिका शामिल हैं.