नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में इस सत्र से ईडब्ल्यूएस कोटा का दूसरा चरण लागू होने जा रहा है, जिसके तहत कॉलेजों की सीटों में 15 फीसदी का इजाफा होगा. वहीं सीटों में हुए इजाफे से सबसे ज्यादा समस्या उन कॉलेजों को हो सकती है जो दो पाली में चलते हैं. ऐसे में कॉलेजों ने क्या व्यवस्था की है और किस तरह वह बड़ी हुई सीटों के साथ कक्षा लगाएंगे. इसे लेकर अरबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. विपिन अग्रवाल ने बताया कि बढ़ी हुई संख्या को देखते हुए उन्होंने शैक्षणिक दिवस 1 दिन और बढ़ा दिया है यानी अब 5 दिन की जगह 6 दिन कॉलेज लगेगा.
साथ ही टाइम टेबल इस हिसाब से सेट किया गया है, जिसमें सभी छात्रों के सभी विषयों को समन्वित किया जा सके. इसके अलावा दूसरी पाली के कॉलेजों से कुछ कमरे भी सुबह की पाली के लिए आवंटित करा लिए गए हैं क्योंकि शाम की पाली में छात्रों की संख्या कम होती है.
कॉलेजों अब 6 दिन लगेंगी क्लासेस
वहीं ईडब्ल्यूएस कोटा के दूसरे चरण में सीटों में 15 फीसदी हुए इजाफे को लेकर अरविंदो कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. विपिन अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल यूजीसी की ओर से इस कोटे के नाम पर कोई ग्रांट जारी नहीं की गई है और इतनी जल्दी बढ़ी हुई सीटों के लिए कॉलेज में व्यवस्था करना भी संभव नहीं है लेकिन कॉलेज अपने स्तर पर सारी तैयारियां कर रहा है.
उन्होंने बताया कि छात्रों की बढ़ी हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए कॉलेजों के शैक्षिक दिवस को 1 दिन और बढ़ा दिया गया है यानि अब कॉलेजों में 5 दिन के बजाय 6 दिन क्लास लगेंगी. साथ ही इस तरह से तैयार किया गया है जिसमें इन 6 दिनों में सभी छात्रों के सभी विषय समन्वित किए जा सकें.
इंफ्रास्ट्रक्चर की आ सकती है समस्या
वहीं प्रो. विपिन ने बताया कि दूसरी पाली के कॉलेज शाम 3 बजे से शुरू हो जाते हैं. ऐसे में छात्रों की बढ़ी हुई संख्या के साथ दोनों को चलाने में परेशानी आ सकती है. इसके लिए निदान निकालते हुए उन्होंने दूसरी पाली के कॉलेजों से करीब 15 कमरे सुबह की पाली के छात्रों के लिए आवंटित करवा लिए हैं.
उन्होंने कहा कि दोपहर की पाली में सुबह के मुकाबले छात्रों की संख्या कम होती है. ऐसे में कई कमरे खाली पड़े रहते हैं. उन सभी कमरों को सुबह की पाली के लिए ले लिया गया है जिससे अब 5:30 बजे तक सुबह के छात्रों की कक्षाएं लगाई जा सकेंगी.
सीट बढ़ने से शिक्षकों की संख्या में भी इजाफा होगा
वहीं शिक्षकों की उपलब्धता के बारे में बताते हुए प्रो. अग्रवाल में कहा यह अनुमानित है कि और शिक्षकों की आवश्यकता पड़ेगी. ऐसे में जरूरत के हिसाब से शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी. वहीं उन्होंने बताया कि अब तक फर्स्ट ईयर में निर्धारित सीटों के तहत करीब 1000 छात्रों के दाखिले लिए जाते थे वहीं ईडब्ल्यूएस की बढ़ी हुई सीटों के साथ इस सत्र फर्स्ट ईयर में ही दाखिले की लगभग 1300 हो जाएगी.
बता दें कि ईडब्ल्यूएस कोटा कुल 25 फीसदी लागू होना है जो कॉलेज में 2 चरण में लागू किया जा रहा है. जिसमें 10 फीसदी शैक्षणिक सत्र 2019 - 20 में ईडब्ल्यूएस कोटा 10 फीसदी लागू हुआ था वहीं अब दूसरे चरण में 15 फीसदी और लागू होने जा रहा है.