नई दिल्ली: समाज में कुछ ऐसे भी जरूरतमंद हैं, जिनको एक समय के राशन के लिए काफी जूझना पड़ता है. हालांकि, कई ऐसी समाजसेवी संस्थाएं हैं, जो ऐसे लोगों के जीवनस्तर सुधारने के लिए भरसक प्रयास करती हैं. किराड़ी विधानसभा में सवेरा संस्था एक ऐसी ही संस्था है, जो हक संस्था की मदद से लोगों को राशन टिकट बांट रही है, यह काम लॉकडाउन से ही किया जा रहा है.
सवेरा संस्था वर्ष 1999 से लगातार काम कर रही है. इसमें सबसे बड़ा योगदान हक संस्था का है. भैया दूज पर भी दोनों संस्थाओं ने दिव्यागों के घर राशन किट पहुंचाई। इनमें से एक परिवार की हालत काफी बुरी थी. घर के मुखिया राकेश शर्मा पिछले तीन वर्ष से बिस्तर पर पड़े हैं. इनके घर पांच बार राशन किट पहुंचाई गई. वह बताते हैं कि enclosing sponliytis नाम की गठिया है. हाथ-पैर खराब हो गए हैं. डॉक्टरों ने कह दिया कि ठीक नहीं हो सकते. पत्नी घर का खर्चा उठा रही है, अब कोराना महामारी की वजह से घर बैठे हुए हैं.
सवेरा संस्था द्वारा कई बार राशन मिल चुका है. उनकी पत्नी गीता शर्मा बताती हैं कि छह बार राशन मिल चुका है. इससे परिवार की बहुत मदद हुई. दिव्यांग किशन ने बताया कि पिता की उम्र 60 वर्ष है. मुझे दिखाई नहीं देता, साथ ही हाथ और पैर भी खराब हैं. परिवार का खर्चा दिव्यांग पेंशन से चलता है. सवेरा संस्था से छह बार राशन मिल चुका है. सवेरा के कोऑर्डिनेटर गौरव शर्मा ने बताया कि दिव्यांगों के घर तक राशन पहुंचाने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. भैया दूज पर दिव्यांग और वंचितों के घर तक 15 राशन किट पहुंचाई गई.