नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में इन दिनों सड़कों का धंसना आम बात हो गया है. आए दिन पूरी दिल्ली में कहीं ना कहीं सड़क धंसती रहती है. हालांकि अभी तक इस तरह के हादसों में किसी के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है. जिसके लिए खुद दिल्ली सरकार के विधायक भी भगवान का शुक्रिया कर रहे हैं. लेकिन इस तरह के हादसे क्यों हो रहे हैं इसका उपाय क्यों नहीं किया जा रहा.
जब इस तरह कि घटना होती है तो मौके पर तुरंत संबंधित विभाग के अधिकारी और नेता पहुंच जाते हैं और उस समय फ़ौरी राहत और लीपापोती कर सड़क को चालू कर देते है. लेकिन इसका कोई परमानेंट इंतजाम नहीं हो पा रहा है. बीते तीन दिन पहले अध्चीनी इलाके में सड़क धंसने की घटना सामने आई थी. जिसमें एक DTC बस फंस गई थी. इस घटना में यात्रियों ने बस से कूदकर अपनी जान बचाई थी. उसी सड़क का हाल आपको दोबारा दिखाते हैं.
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तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि दिन के समय में भी सड़क धंसी हुई है. हालांकि दिल्ली पुलिस ने इसे बैरिकेट कर दिया है. लेकिन इस समय संबंधित विभाग का कोई भी अधिकारी यहां नजर नहीं आया. इसी सड़क पर दिल्ली जल बोर्ड ने खुदाई कर रखा है. कुछ दिन पहले ही आईआईटी फ्लाई ओवर के नीचे की सड़क धंस गई थी. जबकि यह महत्वपूर्ण सड़क एम्स से गुडगांव महरौली को जाती है. उसके बावजूद भी दिल्ली सरकार हादसे होने का इंतजार कर रही है.
दिल्ली में लगभग हर महत्वपूर्ण सड़क का यही हाल है. हर सड़क पर छोटे से लेकर बड़े गढ्ढे हैं. कहीं दिल्ली जल बोर्ड ने गैस लाइन खोद रखा है. जिससे आय दिन सड़क पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं और यह खतड़ा बरसात के दिनों मे ज्यादा बढ जाती है.
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दरअसल दिल्ली की सीवर और पानी की पाइप लाइन 1975 में सड़क के नीचे बिछाई गई थी. जिसके बाद से आज तक उसी पर चल रही है ना इसकी कभी ठीक से मरम्मत की गई और ना हीं नया बिछाई गई. पुरानी पाइप लाइन होने के कारण ये जगह-जगह से टूट गयी है और लिक हो रही है. जिसके कारण सड़क के निचे जमीन खिसक जाती है और इस तरह के हादसे होते हैं.