नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना कि दूसरी लहर के चलते मचे हाहाकार के बाद अब दिल्ली की जनता पर जल जनित बीमारियों के संकट के बादल मंडरा रहे हैं. बीते कुछ सालों के मुकाबले इस साल ना सिर्फ राजधानी में मच्छरों की उत्पत्ति अधिक हुई है बल्कि जल जनित बीमारियों के मामले भी काफी ज्यादा बढ़े हैं. इस साल अभी तक डेंगू के 82, मलेरिया के 36 और चिकनगुनिया के 23 मामले सामने आ चुके हैं. जो कि पिछले 3 वर्षों की तुलना में कई गुना अधिक हैं.
पिछले साल डेंगू के जहां महज 51 मामले सामने आए थे. वहीं 2019 में डेंगू के 75 और 2018 में 78 मामले सामने आए थे. जबकि इस वर्ष अभी तक 82 मामले सामने आ चुके हैं. जिनके आगे और तेज गति के साथ बढ़ने की उम्मीद है. बीते 1 हफ्ते में दिल्ली के अंदर 14 नए मामले डेंगू के सामने आए हैं. सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह है कि निगम द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में 82 डेंगू के मामलों की पुष्टि तो है लेकिन उसमें से 57 मामलों को अभी तक ट्रेस नहीं किया जा सका है.
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इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता मुकेश गोयल ने बातचीत के दौरान निगम के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि निगम की लापरवाही के चलते अभी तक बड़ी संख्या में डेंगू के मामले ट्रेस करने में विफल रही है. निगम लगातार डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को लेकर महाअभियान चलाने की बात करती है लेकिन अभी तक इस अभियान का असर जमीनी स्तर पर देखने को नहीं मिल रहा है.
वहीं विपक्ष की भूमिका निभा रहे आम आदमी पार्टी के पार्षद रविंद्र भारद्वाज ने भी बातचीत के दौरान अपना पक्ष रखते हुए कहा कि दिल्ली की जनता कोरोना के साथ-साथ जल जनित बीमारियों के कहर से जूझ रही है. जिसके लिए जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ दिल्ली की नगर निगम में शासित भाजपा की सरकार जिम्मेदार है. जिसने अपनी जिम्मेदारी अच्छे से नहीं निभाई और आज दिल्ली की जनता को जलभराव की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार अपनी किसी भी जिम्मेदारी को अच्छे से नहीं निभा पा रही है. वे सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार करना जानते है और कुछ नहीं.
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दिल्ली के अंदर लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामलों के ऊपर नॉर्थ एमसीडी में स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन की भूमिका निभा रहे जोगीराम ने बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि निगम जल जनित बीमारियों के लगातार बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित है और इसको देखते हुए बकायदा अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दे दिए गए हैं. बीमारियों की संख्या को मद्देनजर रखते हुए लगातार दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है.
बता दें कि जल जनित बीमारियों के लगातार बढ़ते मामलों की गंभीरता को देखते हुए नॉर्थ एमसीडी के स्टैंडिंग चेयरमैन ने आज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक ली. जिसमें निगम के सभी अधिकारी शामिल थे.बैठक के अंदर जल जनित बीमारियों के लगातार बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए ना सिर्फ दिशा-निर्देश जारी किए गए बल्कि इन बीमारियों की रोकथाम के मद्देनजर सरकारी भवनों,विद्यालयो,कार्यालय, सामुदायिक भवनों और शौचालय आदि की भी नियमित रूप से जांच करने के निर्देश दे दिए गए हैं.बैठक में मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया की रोकथाम हेतु तेज गति के साथ अभियान चलाने का निर्देश दिया है।