नई दिल्ली: राजधानी में रेलवे की जमीन पर बनी झुग्गी-झोपड़ियां रेलगाड़ियों की पंक्चुअलिटी और सुरक्षा के लिए चुनौती बनती रही हैं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सबकी निगाहें अब इस बात पर है कि कैसे 3 महीने के भीतर इन झुग्गियों को हटाया जाएगा. इस बीच रेलवे ने इस बात को माना है कि सुरक्षा के नजरिए से रेलवे ट्रैक के आसपास बनिए झुग्गियां परेशानी का कारण हैं. रेल अधिकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा.
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने कहा रेलवे का मानना है कि कोई भी ऑपरेशन अनसेफ नहीं होना चाहिए. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अध्ययन कर इसका पालन किया जाएगा. कुमार ने कहा कि दिल्ली इलाके में रेलवे ट्रैक पर बनी झुग्गी झोपड़ियां पंक्चुअलिटी के लिए इतनी बड़ी बाधा नहीं बनती लेकिन सुरक्षा के नजरिए से यह एक मुद्दा है. इस फैसले का बिल्कुल फायदा होगा.
होता रहा राजनीतिक हस्तक्षेप
बता दें कि इससे पहले रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के आंकड़ों में दिल्ली के इलाके में रेलवे स्टेशनों और रेलवे ट्रैक के आसपास होने वाली लूटपाट और छीना झपटी की घटनाओं में ट्रैक के किनारे बसी इन झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले कुछ असामाजिक तत्वों को कारण माना जाता रहा है.
पिछले सालों में दिल्ली मंडल की ओर से भी ऐसे कई ऑपरेशन चलाए गए हैं जिसमें रेलवे ट्रैक के आसपास के एंक्रोचमेंट को हटाने का प्रयास किया गया हो. हालांकि राजनीतिक हस्तक्षेप बीच में एक बड़ा कारण बनता रहा है.