नई दिल्ली: जामिया में CAA और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी अलग-अलग तरीकों से इस कानून के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं, छात्रों और प्रदर्शनकारियों द्वारा कई प्रकार के पोस्टर और बैनर भी विरोध के लिए बनाकर यूनिवर्सिटी के गेट और दीवारों पर लगा दिए गए हैं.
यहां तक कि अपने हाथों में भी पोस्टर बैनर लिए हुए प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए सीएए और एनआरसी के खिलाफ खड़े हैं.
डिटेंशन सेंटर को लेकर लोगों में डर
वहीं नागरिकता संशोधन कानून (CAA), नेशनल पापुलेशन रजिस्टर (NPR) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) के साथ-साथ लोग डिटेंशन सेंटर को लेकर भी अलग अलग तस्वीर बना रहे हैं, कोई कह रहा है कि नागरिकता साबित नहीं करने पर उन्हें जेल कम डिटेंशन सेंटर में डाल दिया जाएगा. जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में तमाम प्रदर्शनकारी डिटेंशन सेंटर का नमूना बनाकर विरोध जता रहे हैं.
'डिटेंशन सेंटर में कैदियों जैसा व्यवहार'
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्र राही ने बताया कि सरकार दावा करती है देश में डिटेंशन सेंटर नहीं है, और जो हैं वहां लोगों को अच्छे से रखा जाता है. लेकिन हम यहां डिटेंशन सेंटर का नमूना बनाकर लोगों को यह बताना चाहते हैं कि जो सरकार द्वारा डिटेंशन सेंटर चलाए जा रहे हैं. वह एक जेल की तरह है जहां पर लोगों को केवल ठूंसा जाता है और उनके साथ कैदियों की तरह व्यवहार किया जाता है.