नई दिल्ली: जीटीबी अस्पताल के कोविड अस्पताल बनने से वहां इलाज करवा रही गर्भवती महिलाओं के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है. जिन्हें अब अस्पताल में एंट्री भी नहीं मिल रही है और पास के स्वामी दयानंद अस्पताल में भी उन्हें भर्ती नहीं किया जा रहा है.
दर्द होने के बाद भी मरीज को लौटाया
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल में सोमवार से ही गर्भवती महिलाओं के आने की संख्या बढ़ने लगी है. इसमें से अधिकांश महिलाएं वो हैं जिनका इससे पहले तक जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा था. ऐसे ही एक मरीज के साथ आई उसकी सास किस्मता बताती हैं कि उनकी बहु को लेबर पेन होने लगा है. उसकी हालत ऐसी है कि उससे ठीक से बैठा भी नहीं जा रहा है, लेकिन फिर भी उसे एडमिट नहीं किया गया है.
अस्पताल वाले लगवा रहे चक्कर
किस्मता का कहना है कि स्वामी दयानंद अस्पताल में उन्हें केवल इधर से उधार चक्कर कटवाया जा रहा है. कभी कहते हैं कि ये पर्ची बनवाओ, तो कभी कहते हैं कि वो पर्ची लेकर आओ, लेकिन उसके बाद भी एडमिट नहीं कर रहे हैं. वो सुबह 8 बजे से अस्पताल में चक्कर काट रही है. लेकिन फिर भी न तो एडमिट किया जा रहा है और न ही कोई बता रहा है कि किस अस्पताल में एडमिट किया जाए.