नई दिल्ली: इंस्टाग्राम पर लड़कियों से सामूहिक दुष्कर्म की चैट करने एवं अश्लील तस्वीर डालने वाले बॉयज लॉकर ग्रुप के एडमिन को गिरफ्तार कर लिया गया है. स्पेशल सेल की साइबर सेल ने यह गिरफ्तारी की है. इस प्रकरण को लेकर उन्होंने बीते 4 मई को एफआईआर दर्ज की थी. इस मामले में पहले एक स्कूली छात्र को भी पकड़ा जा चुका है.
जानकारी के अनुसार हाल ही में इंस्टाग्राम पर बना स्कूली छात्रों का एक ग्रुप विवादों में आया. बॉयज लॉकर ग्रुप के नाम से बने इस ग्रुप में स्कूलों के नाबालिग छात्र सहित दर्जन भर लोग शामिल हैं. वह लड़कियों के बारे में न केवल अश्लील बातें इस ग्रुप में डालते हैं बल्कि लड़कियों की अश्लील तस्वीरें भी डालते हैं.
इसके अलावा कुछ लड़कियों की तस्वीरों से छेड़छाड़ कर उन्हें अश्लील बनाये जाने का काम भी इस ग्रुप में किया जा रहा था. इसके साथ ही लड़कियों से सामूहिक दुष्कर्म की बातें भी इसमें लिखी गई थी.
छानबीन के बाद गिरफ्तार हुआ एडमिन
इस मामले में छानबीन कर रही पुलिस ने बॉयज लॉकर ग्रुप के 10 सदस्यों की पहचान कर ली थी. इनमें से एक नाबालिग को उन्होंने सोमवार को ही पकड़ लिया था. उससे मिली जानकारी के बाद मंगलवार को द्वारका स्थित साइबर सेल के दफ्तर में कुछ छात्रों से पूछताछ भी की गई थी. उनसे मिली जानकारी के आधार पर स्पेशल सेल ने अब इस मामले में ग्रुप के एडमिन को गिरफ्तार कर लिया है.
वहीं इस ग्रुप में शामिल अन्य सदस्यों की भूमिका को लेकर छानबीन की जा रही है. इसके लिए इंस्टाग्राम से भी जानकारी मांगी गई है. पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूरे मामले को लेकर पूछताछ कर रही है.
ट्विटर पर भी ट्रेंड कर रहा बॉयज लॉकर ग्रुप
सोमवार को इस मामले को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस एवं इंस्टाग्राम को नोटिस जारी किया था. स्वाति मालीवाल की तरफ से इस प्रकरण को लेकर एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की गई थी. इसके बाद से ट्विटर पर भी यह ग्रुप ट्रेंड कर रहा है. इस ग्रुप के सदस्यों द्वारा की जा रही हरकतों के चलते उन पर सख्त एक्शन की मांग लगातार की जा रही है.
नोएडा के नामी स्कूल का छात्र है आरोपी एडमिन
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बॉयज लॉकर ग्रुप का एडमिन नोएडा का रहने वाला है और वहां के एक नामी स्कूल का छात्र है. उसने बीते अप्रैल माह में यह ग्रुप बनाया था जिसमें उसने अपने कुछ दोस्तों को जोड़ा था. उन्होंने आगे दक्षिण दिल्ली के नामी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को इस ग्रुप में जोड़ लिया था.