नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लाखों रुपये खर्च कर जिस सिस्टम को रेलवे ने गाड़ियों के लिए ऑटोमेटेड पिक एंड ड्रॉप मैनेज करने के लिए बनाया था. वहीं सिस्टम महीनों से बंद पड़ा है. आखिरी बार मार्च महीने में ही इसे कुछ दिनों के लिए शुरू किया गया था. अब जबकि रोजाना हजारों यात्री नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आ रहे हैं, तब यह सिस्टम महज दिखावे के लिए रह गया है.
दरअसल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट साइड एंट्री की ओर रेलवे ने पिक एंड ड्रॉप का ऑटोमेटिक सिस्टम शुरू किया था. इसके तहत गाड़ियों के लिए अलग एंट्री और अलग एग्जिट बनाए गए थे. यह टोल की तरह गाड़ियों की एंट्री और एग्जिट का ध्यान रखा जाता था.
वहीं एक समय सीमा निर्धारित की गई थी जिस से ऊपर गाड़ी सर्कुलेटिंग एरिया में रखने पर जुर्माना होता था. यह सब स्टेशन के इलाके में भीड़भाड़ कम करने के लिए किया गया था. हालांकि मौजूदा समय में लाखों रुपये खर्च कर बनाया गया इस सिस्टम बेकार पड़ा है.
7 मिनट तक के लिए फ्री
सिस्टम के तहत कोई प्राइवेट गाड़ी स्टेशन परिसर में एंट्री करने के बाद 7 मिनट तक के लिए फ्री में रह सकती है. इस दौरान ही यात्री को उतारा और चढ़ाया जा सकता है. हालांकि इसके बाद समय समय के हिसाब से 1:30 या जुर्माना राशि भरनी पड़ती थी. कमर्शियल गाड़ियों के लिए तो स्टेशन एरिया में प्रवेश के लिए तय राशि रखी गई थी. हालांकि इनके लिए भी समय सीमा थी, जिसे पार करने पर अतिरिक्त पैसे देने पड़ते थे.
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सिस्टम के शुरू होने के साथ ही इसका विरोध शुरू हो गया था. हालांकि इससे पहले किसिस्टम को बेहतर किया जाता कोरोना आ गया. अब जबकि रेलगाड़ियां दोबारा शुरू हो गई हैं तब ये सिस्टम कोई शुरू करने का नाम नहीं ले रहा है.
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रेल अधिकारियों का तो यहां तक कहना है कि मौजूदा समय में कम रेलगाड़ियों की संख्या के चलते कोई कंपनी इसे शुरू करने को तैयार नहीं है. नतीजतन इन दिनों स्टेशन एरिया में लो मनमाने तरीके से गाड़ी खड़ी रखते हैं और भीड़ बढ़ाते हैं.