नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली की सबसे बड़ी सिविक एजेंसी नॉर्थ एमसीडी लगातार सीधे जनता से जुड़ने वाली सुविधाएं को आसान और बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है. इसके तहत नॉर्थ एमसीडी नागरिकों के लिए इज ऑफ डूइंग बिजनेस के माध्यम से निगम का लगभग सभी सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया है.
निगम ने जिन सुवाधाओं को ऑनलाइन किया है उनमें पशु चिकित्सा विभाग में डेयरी, मांस की दुकान, घोड़ा बग्गी और पालतू कुत्तों के लिए लाइसेंस प्राप्त करना भी शामिल है. निगम ने कर निर्धारण और समाहरण विभाग में e-mutation प्रक्रिया को पहले से ज्यादा आसान बनाने के लिए इसे पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया है. इसके अलावा लोग अब पार्किंग और कन्वर्जन से संबंधित शुल्क भी ऑनलाइन जमा करा सकते हैं. सभी सुविधाएं अब नॉर्थ एमसीडी की वेबसाइट पर आसानी से लोगों को उपलब्ध रहेंगी. नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इसके अलावा सेल्फ साइनेज और बिल्डिंग व्रैप की अनुमति प्रदान करने की प्रक्रिया भी ऑनलाइन कर दी गई है. सामुदायिक केंद्र निगम का एक ऐसा क्षेत्र जो राजस्व का स्त्रोत है, पिछले कई दिनों से बंद से था, उसे भी दोबारा खोल दिया गया है.
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नॉर्थ एमसीडी के कमिश्नर संजय गोयल ने बताया कि निगम जनता की सुविधा को पहले से सरल बनाते हुए इज ऑफ डूइंग बिज़नेस लेकर आई है. इसके तहत व्यापारियों को बड़ी राहत देते हुए निगम ने लाइसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया को भी सरल कर दिया है. हेल्थ ट्रेड, न्यू जर्नल ट्रेड सहित फैक्ट्री लाइसेंस के नवीनीकरण की अवधि को अब एक वर्ष से बढ़ाकर तीन वर्ष कर दिया गया है. इसके तहत अब व्यापारी अपनी सुविधानुसार अवधि तय कर सकते हैं.
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निगम ने बड़े स्तर पर सुविधाओं को ऑनलाइन कर दिया है, जिससे नागरिकों को राहत मिलेगी. लोगों को अब हर साल नगर निगम दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. अब से इन सुविधाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा कराए जा सकेंगे. लाइसेंस जैसी जटिल प्रक्रिया को सरल कर दिया गया है. क्यूआर कोड के साथ लाइसेंस उपलब्ध होंगे. व्यापारी को अपने साथ हर वक्त लाइसेंस की हार्ड कॉपी लेकर नहीं चलना होगा. निगम ने स्वास्थ्य लाइसेंस की स्वीकृति प्रदान करने की प्रक्रिया भी काफी सरल कर दी है, जिसके तहत एक निर्धारित समय सीमा के अंदर नागरिक आवेदन पर यदि निर्णय नहीं लिया जाता तो लाइसेंस को ऑनलाइन सिस्टम पर स्वचालित रूप से स्वीकृति मिल जाएगी. साथ ही अब से सारे लाइसेंस क्यूआर कोड के साथ उपलब्ध कराएगी. फील्ड स्टाफ द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण के समय भी सॉफ्ट और हार्ड कॉपी की जगह सिर्फ क्यूआर कोड ही लाइसेंस धारक के काम आ सकेंगे.
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नॉर्थ एमसीडी की इज ऑफ डूइंग स्कीम का फायदा तकरीबन 60 लाख लोगों को मिलेगा. निगम के इस कदम से कोरोना महामारी के साथ लॉक डाउन की मार झेल रहे लोगों को सारी सुविधाएं आसान तरीके से मिल सकेंगी. निगम लगातार व्यापारियों को हर संभव सुविधा देने का प्रयास कर रही है.