नई दिल्ली: आई लव यू भाई, दोस्तों उसने मेरा जीना खराब कर दिया है. मैं हमेशा आप लोगों को प्यार करता रहुंगा, मुझे माफ कर देना. कुछ ऐसे ही शब्दों के साथ कोटला मुबारकपुर इलाके के रहने वाले नरेश (35) ने खुदकुशी नोट लिख अपनी जान दे दी. सुसाइड नोट के मुताबिक अनिल बैसला और ईश्वर नाम के शख्स उसे पैसे के लिए काफी परेशान कर रहे थे. मृतक नरेश ने सुसाइड नोट में दोनों का नाम लिखा है.
वहीं घटना के बाद नरेश के नाराज परिजन और पड़ोसियों ने कोटला मुबारकपुर थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया. उन्होंने दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी करने की मांग की. हालांकि बाद में आलाधिकारियों के समझाने के बाद लोग शांत हो गए.
सुसाइड के लिए इलाके दो लोगों को ठहराया जिम्मेदार
डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि नरेश अपने परिवार के साथ कोटला मुबारकपुर इलाके में रहता था. वह साउथ एक्स इलाके में टैटू बनाने का काम करता था. सुबह वह अपने कमरे में पंखे से लटका मिला. परिजनों ने उसे तुरंत एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया, जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को घटना स्थल से एक सुसाइड नोट मिला. जिसमें मृतक ने इलाके के ही अनिल बैसला और ईश्वर नाम के शख्स को अपनी खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया है. मृतक नरेश ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसने सारे पैसे लौटा दिए हैं और हिसाब-किताब की डायरी भी गायब है. खासकर अनिल ने उसका जीना खराब कर रखा है. इसलिए वह खुदकुशी कर रहा है.
'पुलिस ने सुना होता तो जिंदा होता मेरा भाई'
मृतक नरेश के भाई महेश ने भी अनिल बैसला पर खुदकुशी के लिए परेशान करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उनके भाई नरेश ने दस लाख रुपये ले रखा था. लेकिन दस लाख के बदले उसने 15 से 20 लाख रुपये अनिल को लौटा दिए थे. उसके बाद भी अनिल और ईश्वर उसे परेशान कर रहे थे.
उन्होंने बताया कि अनिल और ईश्वर ने एक महीने पहले नरेश की पिटाई भी की थी. जिसकी शिकायत कोटला थाने में की गई थी. लेकिन पुलिस वालों ने कोई कार्रवाई नहीं की. मृतक नरेश के भाई ने आरोप लगाया कि अगर उस वक्त पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई की होती, तो आज उनका भाई जिंदा होता.