नई दिल्ली: नॉर्थ एमसीडी के मेयर जयप्रकाश ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके लंबे समय से चल रही फंड की खींचतान को लेकर दिल्ली सरकार के ऊपर जमकर हमला बोला. इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल से दिल्ली सरकार निगम को उसकी जरूरत के अनुसार फंड जारी नहीं कर रही है.
निगम को अपने कर्मचारियों को वेतन जारी करने के लिए हर महीने 350 करोड़ रुपये की आवश्यकता होती है. साथ ही मेंटेनेंस का खर्चा अलग से होता हैअगर कुल मिलाकर निगम की सालाना आवश्यकता को देखा जाए तो निगम को 4200 करोड रुपये की जरूरत होती है. जबकि दिल्ली सरकार जरूरत के अनुसार फंड जारी नहीं करती है.
'भ्रष्टाचार के आरोपों को करें साबित'
मेयर जयप्रकाश ने आगे बातचीत के दौरान कहा कि आप के विधायक राघव चड्ढा और आतिशी ने पार्षदों पर जो भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं उन्हें वह कोर्ट में आकर साबित करें. हम किसी प्रकार से किसी को धमका नहीं रहे हैं. हमने लीगल नोटिस भेजकर चैलेंज किया है कि आप के विधायक कोर्ट में आकर पार्षदों के ऊपर आरोपों को तथ्यों के साथ साबित करें.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से की मुलाकात
मेयर जयप्रकाश ने बीते दिन निगम की आर्थिक स्थिति को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर निगम के अंतर्गत आने वाली सड़कों की मरम्मत के लिए जो फंड केंद्र सरकार के द्वारा दिल्ली सरकार को दिया जाता है. वह सीधे निगम को देने की अपील भी की है. आपको बता दें जयप्रकाश ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से सीधे तौर पर निगम के अंतर्गत आने वाली सड़कों की मरम्मत के लिए 200 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की है.