नई दिल्ली : दिल्ली में सड़क किनारे नगर निगम की गाड़ियों द्वारा घरों से निकलने वाले कूड़े को डंप कर दिया जाता है. कूड़े के ढेर से सड़ी हुई सब्जियों और कचरे को खाने के लिए बेसहारा जानवरों का जमावड़ा भी कूड़े के ढेर के आसपास लगा रहता है.
भलस्वा इलाके में भी सड़क किनारे गंदगी खाने की वजह से बेसहारा जानवरों की मौत हो रही है. कई दिनों तक बेसहारा जानवरों के शव सड़क पर यूं ही पड़े रहते हैं, जिनकी दिल्ली नगर निगम को जानकारी भी नहीं होती. जानवरों को सड़क से मृत या जीवित उठाने का काम दिल्ली नगर निगम का है. इसके बावजूद नगर निगम अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम है.
उक्त इलाके में दिनभर कूड़े के ढेर पर बेसहारा जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है और कचरा खाने की वजह से इनकी मौत भी हो रही है. भलस्वा इलाके में सड़क किनारे मृत पड़े आवारा जानवरों पर किसी की एक बार भी नजर नहीं जाती, जबकि दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्मी और इलाके के निगम पार्षद का भी इसी सड़क से आना जाना है.
शिकायत करने पर भी नहीं हुई सुनवाई
जानकारी के अनुसार मवेशी के सड़क किनारे मृत पड़े होने की सूचना किसी राहगीर ने जानवरों को उठाने वाले विभाग को दी. सूचना मिलने के बाद भी यहां से जानवरों को उठाकर नहीं ले जाया गया. हालांकि दिल्ली नगर निगम की जिम्मेदारी मृत जानवरों को ले जाकर दफनाने की है, लेकिन फिर भी ऐसा नहीं होता.
AAP पार्षद ने लगाया दिल्ली नगर निगम पर आरोप
मुकुंदपुर इलाके के निगम पार्षद अजय शर्मा ने बताया कि यहां पर पिछले कई दिनों से इस तरह की शिकायतें मिल रही थी कि सड़क किनारे बेसहारा जानवर मरे हुए पड़े हैं. दिल्ली नगर निगम की गाड़ी मृत जानवरों उठाने के लिए नहीं आती. खुद निगम पार्षद अजय शर्मा ने मृत जानवरों को उठाने वाले विभाग को इसकी जानकारी दी, लेकिन काफी देर तक उसके बाद भी विभाग की ओर से कोई कर्मचारी नहीं आया.