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छात्रों के वैक्सीनेशन के बाद ऑफलाइन पढ़ाई में मिलेगी मदद : मनीष सिसोदिया

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Published : Jan 22, 2022, 7:48 PM IST

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर ने केंद्र सरकार ने 3 जनवरी से 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू की हुई है. वहीं बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए दिल्ली सरकार के द्वारा बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है. जिसका नतीजा यह कि तीन हफ्ते से कम समय में भी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 15 से 18 आयु वर्ग के लगभग 85 फ़ीसदी बच्चों को 21 जनवरी तक वैक्सीन ने लगाई जा चुकी है.

मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया

नई दिल्ली: दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन सबसे कारगर उपाय है. छात्रों के वैक्सीनेशन के बाद पढ़ाई ऑनलाइन से ऑफलाइन शिफ्ट करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार स्कूल वैक्सीनेशन में सबसे आ गए हैं. तीन हफ्ते से कम समय में भी 15 से 18 आयु वर्ग में 85 फ़ीसदी छात्रों को वैक्सीन लग चुकी है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि 30 जनवरी तक 100 फ़ीसदी वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है.

वहीं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि निजी स्कूलों में वैक्सीनेशन की काफी धीमी रफ्तार है यहां पर अभी तक मात्र 42 फ़ीसदी छात्रों को ही वैक्सीन लगी है. उन्होंने कहा कि पूर्वी जिले को छोड़ दें तो बाकी सभी जिलों में निजी स्कूलों के टीकाकरण का कुल आंकड़ा 50 फ़ीसदी तक नहीं पहुंच पाया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों में लगभग 3.50 लाख छात्र वैक्सीन के लिए योग्य हैं. लेकिन अभी तक लगभग दो लाख छात्रों को टीका नहीं लगा है. साथ ही कहा कि टीकाकरण के मामले में एडेड स्कूलों के आंकड़े भी कुछ खास नहीं है. यहां भी अब तक का कुल योग्य छात्रों में केवल 57 फ़ीसदी को ही व्यक्ति ने लगी है.

इसे भी पढ़ेंः New Guidelines: कोविड से ठीक होने के 3 महीने बाद बूस्टर खुराक

शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों में जिस गति से वैक्सीनेशन का कार्य हो रहा है वह काबिले तारीफ है. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन पढ़ाई को ऑनलाइन से ऑफलाइन में शिफ्ट करने में मदद करेगी. साथ ही कहा कि कोरोना के मामले कम हो रहे हैं और बड़ी क्लास के ज्यादातर बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है ऐसे में डीडीएमए के समक्ष स्कूलों को दोबारा खोलने का प्रस्ताव रखा जा सकता है. बता दें कि 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए 3 जनवरी से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी.

नई दिल्ली: दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन सबसे कारगर उपाय है. छात्रों के वैक्सीनेशन के बाद पढ़ाई ऑनलाइन से ऑफलाइन शिफ्ट करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार स्कूल वैक्सीनेशन में सबसे आ गए हैं. तीन हफ्ते से कम समय में भी 15 से 18 आयु वर्ग में 85 फ़ीसदी छात्रों को वैक्सीन लग चुकी है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि 30 जनवरी तक 100 फ़ीसदी वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है.

वहीं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि निजी स्कूलों में वैक्सीनेशन की काफी धीमी रफ्तार है यहां पर अभी तक मात्र 42 फ़ीसदी छात्रों को ही वैक्सीन लगी है. उन्होंने कहा कि पूर्वी जिले को छोड़ दें तो बाकी सभी जिलों में निजी स्कूलों के टीकाकरण का कुल आंकड़ा 50 फ़ीसदी तक नहीं पहुंच पाया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों में लगभग 3.50 लाख छात्र वैक्सीन के लिए योग्य हैं. लेकिन अभी तक लगभग दो लाख छात्रों को टीका नहीं लगा है. साथ ही कहा कि टीकाकरण के मामले में एडेड स्कूलों के आंकड़े भी कुछ खास नहीं है. यहां भी अब तक का कुल योग्य छात्रों में केवल 57 फ़ीसदी को ही व्यक्ति ने लगी है.

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शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों में जिस गति से वैक्सीनेशन का कार्य हो रहा है वह काबिले तारीफ है. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन पढ़ाई को ऑनलाइन से ऑफलाइन में शिफ्ट करने में मदद करेगी. साथ ही कहा कि कोरोना के मामले कम हो रहे हैं और बड़ी क्लास के ज्यादातर बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है ऐसे में डीडीएमए के समक्ष स्कूलों को दोबारा खोलने का प्रस्ताव रखा जा सकता है. बता दें कि 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए 3 जनवरी से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी.

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