नई दिल्ली: कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर आज किसानों ने भारत बंद बुलाया है. ऐसे में कई लोग इसे समर्थन दे रहे हैं तो, कई लोग इसके पक्ष में नहीं है. इसका असर बाजारों और मंडियों में भी देखने को मिल रहा है. राजधानी में दिल्ली सरकार की एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमिटी द्वारा भारत बंद को समर्थन देते हुए मंडी बंद रखने घोषणा की गई, लेकिन दक्षिण दिल्ली स्थित ओखला सब्जी मंडी में भारत बंद जैसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है. ओखला मंडी में बंद का असर नहीं दिखा और सुबह से ही मंडी में सुचारू रूप से व्यापार जारी है.
ऐसे में हम भारत बंद का समर्थन नहीं करते हैं. क्योंकि यदि मंडी को बंद रखा जाएगा तो, इससे किसानों का ही नुकसान होगा. क्योंकि किसानों द्वारा उगाई जाने वाली सब्जियां मंडियों तक पहुंचती है और यदि मंडे को बंद रखेंगे तो, व्यापार के साथ-साथ किसानों का भी नुकसान होगा.
कासिम मलिक ने कहा कि सुबह 4 बजे से ही रोजाना की तरह सुचारू रूप से मंडी में सब्जियों की आवक जारी है और दोपहर करीब 1 बजे तक मंडी में आवक जारी रहेगी. अलग-अलग राज्यों से मंडी में सब्जियां और फल पहुंच रहे हैं. किसान आंदोलन के चलते किसी भी तरीके से सब्जियों की आवक में कोई परेशानी नहीं आ रही है. उन्होंने कहा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी समेत अलग-अलग राज्यों से सब्जियां मंडी में पहुंच रही है.
'मंडी सुचारू रूप से खुली रहेगी'
पूरा दिन खुली रहेगी ओखला सब्जी मंडी कासिम मलिक ने कहा कि हम किसानों का समर्थन करते हैं, लेकिन जिस तरीके से किसान आंदोलन को आगे बढ़ाया जा रहा है कि किसानों द्वारा नहीं है, बल्कि अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां द्वारा आग में घी डालने का काम किया जा रहा है और किसानों को बरगलाया जा रहा है. किसानों को यह पता है कि जो नए कृषि कानून उन्हीं के पक्ष में है, लेकिन अब किसान आंदोलन को लेकर राजनीति हो रही है. उन्होंने कहा कि हम भारत बंद को समर्थन नहीं करते हैं और इसलिए आज पूरे दिन मंडी सुचारू रूप से खुली रहेगी.