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दिल्ली- NCR में दिखी महाशिवरात्रि की धूम, मंदिरों में लगा भक्तों का तांता

देशभर में आज श्रद्धा और भक्ति का त्योहार महाशिवरात्रि का पर्व धूम-धाम से मनाया जा रहा है. मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है. जानिए दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में भक्तों ने कैसे मनाया महाशिवरात्रि का त्योहार...

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Published : Mar 11, 2021, 6:44 PM IST

Mahashivratri celebrated in Delhi
दिल्ली में दिखी महाशिवरात्रि की धूम, मंदिरों में लगा भक्तों का तांता

नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर सहित पूरे देश में धूमधाम से महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है. पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में भी सुबह से ही हजारों श्रद्धालु अपने आराध्य को जल चढ़ाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. कोरोना के बाद पहली बार शिवरात्रि का त्यौहार मनाया जा रहा है लेकिन गौरी शंकर मंदिर में कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती दिखी.

नहीं रखा जा रहा सामाजिक दूरी का ध्यान

गौरी शंकर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर व्यवस्थाएं तो की गई हैं, लेकिन भक्तों की भीड़ व्यवस्थाओं पर हावी होती दिख रही है. या यूं कहें कि श्रद्धालुओं की आस्था कोरोना पर भारी दिख रही है. श्रद्धालुओं द्वारा सामाजिक दूरी के नियम की अवहेलना की जा रही है और अपने आराध्य पर जल चढ़ाने के लिए धक्का-मुक्की भी की जा रही है. सुरक्षा के लिए गौरी शंकर मंदिर के आसपास दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ-साथ सिविल डिफेंस के कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है, लेकिन हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे पुलिस की व्यवस्था बेबस नजर आ रही है.

चांदनी चौक में स्थित गौरी शंकर मंदिर

प्राचीन काली माता मंदिर में कोरोना नियम का पालन

दिल्ली के निलोठी मोड पर स्थित प्राचीन काली माता मंदिर में भी देखने को मिला, लेकिन इस बार कोरोना को देखते हुए भक्तों की संख्या हर साल की तुलना में थोड़ी कम है. भक्त मंदिर में पहुंचकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना कर रहे हैं और फिर एक एक कर शिवलिंग पर जलाभिषेक कर रहे हैं। इस बारे में हमारी टीम से बातचीत करते हुए मंदिर के पुजारी पंडित प्रदीप झा ने बताया कि हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में लगभग 2000 से अधिक भक्त दर्शन के लिए आते थे लेकिन इस बार कोरोना के कारण भक्तों की संख्या कम है. वहीं मंदिर में आए भक्तों ने बताया कि वह काफी सालों से इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं और महाशिवरात्रि पर भी पूजा करने आए हैं. मंदिर में इस बार सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जा रहा है जिससे कोरोना के संक्रमण का खतरा भी ना हो और भक्त बिना किसी परेशानी के पूजा अर्चना कर सकें.

100 साल पुराना प्राचीन शिव मंदिर

प्रसिद्ध भजन गायक रेणुका से बातचीत

दिल्ली महिपालपुर का प्रसिद्ध शिव मन्दिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. यहां पर भक्त भगवान शंकर को जलाभिषेक करने के लिए पहुंच रहे हैं. भक्त दूध बेल पत्र भांग, धतूरे बैर फल फूल इत्यादि से जलाभिषेक कर रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने प्रसिद्ध भजन गायक रेणुका से बात की जिन्होंने यहां शिव लिंग पर जलाभिषेक किया और दो लाइन भजन गाकर सुनाया.

भजन गायक रेणुका से बातचीत

RWA मंदिर में बांट रहा मास्क

किराड़ी प्रताप विहार पार्ट 1 का शिव मंदिर 1984 में बनाया गया था, जहां शिव भक्त जलाभिषेक कर भोले के अरदास कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ कोरोना का डर भी लोगों को सता रहा है. स्थानीय आरडब्ल्यूए के मेम्बरों ने आने वाले भक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मास्क और 2 गज दूरी का पालन करते हुए इस मंदिर में पूजा करने वाले लोगों के लिए सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखा गया है. शिव मंदिर के महंत कहते हैं कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए मंदिर में आए भक्तों ने धैर्य पूर्वक घंटों लाइन में लगकर अपना नंबर आने के बाद शिवलिंग पर जल, दूध, भांग और चढ़ावा चढ़ाकर शिव के दर्शन कर अपनी-अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना की. वहीं आरडब्ल्यूए के प्रधान मनमोहन नेगी कहते हैं कि कोरोना काल को देखते हुए आज शिवरात्रि के इस पावन पर्व पर सैनिटाइज और मास्क का ध्यान रखा जा रहा है और सभी लोगों को दूरी बनाकर रहने के लिए भी कहा जा रहा है.

किराड़ी प्रताप विहार शिव मंदिर में मास्क वितरण

100 साल पुराना प्राचीन शिव मंदिर

मुरादनगर में स्थित 100 साल पुराने प्राचीन शिव मंदिर में महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाने आए श्रद्धालु काफी खुश दिखाई दिए हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि बीते साल कोरोना काल की वजह से बहुत ही दुखद रहा कि कोई भी महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर नहीं आ पाया था. लेकिन इस बार महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है. इस बार पूरी तरीके से श्रद्धालु मंदिर आ रहे हैं.

100 साल पुराना प्राचीन शिव मंदिर

गोविंदपुरी के पीपलेश्वर शिव शक्ति मंदिर में जलाभिषेक

दक्षिणी दिल्ली स्थित गोविंदपुरी के पीपलेश्वर शिव शक्ति मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी. वहीं पिछले साल 21 फरवरी महाशिवरात्रि पर कोरोना के संकट के चलते श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचकर भोलेनाथ के दर्शन नहीं कर पाए थे, ना ही जलाभिषेक करने की अनुमति थी, इसीलिए अधिक्तर भक्तों ने घर पर ही महाशिवरात्रि का पर्व मनाया था और घर पर ही भगवान शिव का जलाभिषेक किया था. लेकिन इस बार पूरे 1 साल बाद श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं और अपने इस की पूजा अर्चना कर पा रही है, श्रद्धालु वीना ने कहा कि पिछले साल बाबा ने अपने दर्शन नहीं दिए थे, घर पर ही पूजा करनी पड़ी थी, लेकिन इस बार अच्छे से मंदिर में आकर पूजा कर पा रहे हैं, वहीं अन्य श्रद्धालुओं ने कहा कि कोरोना के डर के चलते मंदिर में आने की अनुमति नहीं थी, इसीलिए घर पर ही पूजा करनी पड़ी थी लेकिन इस बार सुबह से ही पूजा की तैयारियां की गई हैं और अब मंदिर में पहुंचकर अच्छे से पूजा कर पा रही.

पीपलेश्वर शिव शक्ति मंदिर में जलाभिषेक

छतरपुर मन्दिर में कोरोना से बचाव के पुख्ता इंतेजाम

प्रसिद्ध छतरपुर मन्दिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है. काफी संख्या में भक्त बाबा भोलेनाथ के दर्शन कर शिवलिंग में जक चढ़ाने पहुंच रहे हैं. मंदिर प्रशासन ने महाशिवरात्रि के दिन कोरोना से बचाव के लिए तमाम तैयारियां की हुई है. मंदिर के सीईओ किशोर चावला ने बताया कि इस महापर्व दिन की तैयारियों में मंदिर प्रशासन पहले से ही लग गया था. मंदिर में प्रसाद, नारियल, और अन्य सामग्री चढ़ाना वर्जित है. साथ ही सभी भक्तों को इस भयानक बीमारी से बचाने के लिए मुख्य द्वार से एंट्री से पहले सैनिटाइजेशन थर्मल स्क्रीनिंग मास्क लगाना अनिवार्य पूरे मंदिर परिसर में पूजा के दौरान सामाजिक दूरी रखने पर भी विशेष ध्यान दिया गया है.

द्वारका मोड़ स्थित शिव मंदिर

जल चढ़ाने के लिए भक्तों का लगा है तांता

द्वारका मोड़ स्थित शिव मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती पर जल चढ़ाने के लिए भक्तों का ताता लगा हुआ है. इस दौरान मंदिर के पंडित अशोक बृजवासी ने महाशिवरात्रि के महत्व को समझते हुए बताया कि आज के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी तब से उनकी शादी की रात्रि को ही महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है.

रोहिणी सनातन मंदिर में भक्तों का हुजूम

रोहिणी सनातन मंदिर में भी शिव भक्तों का हुजूम

दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 3 स्थित शिव शक्ति सनातन मंदिर में भी शिव भक्तों का हुजूम देखने को मिला. नौजवान से लेकर बच्चे और बुजुर्ग सभी शिव की भक्ति में लीन दिखाई दे रहे हैं. दिल्ली के तमाम मंदिर की तरह यहां भी सभी शिव भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक कर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना कर रहे हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए शिव मंदिर से जुड़े पंडित उद्भव शास्त्री ने बताया कि यह फाल्गुन मास की शिव रात्रि है. इस दिन की खास मान्यता यह है कि इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव का मिलन हुआ था. इसलिए इस दिन जो भी भक्त व्रत कर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना करता है उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.

नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर सहित पूरे देश में धूमधाम से महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है. पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में भी सुबह से ही हजारों श्रद्धालु अपने आराध्य को जल चढ़ाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. कोरोना के बाद पहली बार शिवरात्रि का त्यौहार मनाया जा रहा है लेकिन गौरी शंकर मंदिर में कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती दिखी.

नहीं रखा जा रहा सामाजिक दूरी का ध्यान

गौरी शंकर मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर व्यवस्थाएं तो की गई हैं, लेकिन भक्तों की भीड़ व्यवस्थाओं पर हावी होती दिख रही है. या यूं कहें कि श्रद्धालुओं की आस्था कोरोना पर भारी दिख रही है. श्रद्धालुओं द्वारा सामाजिक दूरी के नियम की अवहेलना की जा रही है और अपने आराध्य पर जल चढ़ाने के लिए धक्का-मुक्की भी की जा रही है. सुरक्षा के लिए गौरी शंकर मंदिर के आसपास दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ-साथ सिविल डिफेंस के कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है, लेकिन हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे पुलिस की व्यवस्था बेबस नजर आ रही है.

चांदनी चौक में स्थित गौरी शंकर मंदिर

प्राचीन काली माता मंदिर में कोरोना नियम का पालन

दिल्ली के निलोठी मोड पर स्थित प्राचीन काली माता मंदिर में भी देखने को मिला, लेकिन इस बार कोरोना को देखते हुए भक्तों की संख्या हर साल की तुलना में थोड़ी कम है. भक्त मंदिर में पहुंचकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना कर रहे हैं और फिर एक एक कर शिवलिंग पर जलाभिषेक कर रहे हैं। इस बारे में हमारी टीम से बातचीत करते हुए मंदिर के पुजारी पंडित प्रदीप झा ने बताया कि हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में लगभग 2000 से अधिक भक्त दर्शन के लिए आते थे लेकिन इस बार कोरोना के कारण भक्तों की संख्या कम है. वहीं मंदिर में आए भक्तों ने बताया कि वह काफी सालों से इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं और महाशिवरात्रि पर भी पूजा करने आए हैं. मंदिर में इस बार सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जा रहा है जिससे कोरोना के संक्रमण का खतरा भी ना हो और भक्त बिना किसी परेशानी के पूजा अर्चना कर सकें.

100 साल पुराना प्राचीन शिव मंदिर

प्रसिद्ध भजन गायक रेणुका से बातचीत

दिल्ली महिपालपुर का प्रसिद्ध शिव मन्दिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. यहां पर भक्त भगवान शंकर को जलाभिषेक करने के लिए पहुंच रहे हैं. भक्त दूध बेल पत्र भांग, धतूरे बैर फल फूल इत्यादि से जलाभिषेक कर रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने प्रसिद्ध भजन गायक रेणुका से बात की जिन्होंने यहां शिव लिंग पर जलाभिषेक किया और दो लाइन भजन गाकर सुनाया.

भजन गायक रेणुका से बातचीत

RWA मंदिर में बांट रहा मास्क

किराड़ी प्रताप विहार पार्ट 1 का शिव मंदिर 1984 में बनाया गया था, जहां शिव भक्त जलाभिषेक कर भोले के अरदास कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ कोरोना का डर भी लोगों को सता रहा है. स्थानीय आरडब्ल्यूए के मेम्बरों ने आने वाले भक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मास्क और 2 गज दूरी का पालन करते हुए इस मंदिर में पूजा करने वाले लोगों के लिए सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखा गया है. शिव मंदिर के महंत कहते हैं कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए मंदिर में आए भक्तों ने धैर्य पूर्वक घंटों लाइन में लगकर अपना नंबर आने के बाद शिवलिंग पर जल, दूध, भांग और चढ़ावा चढ़ाकर शिव के दर्शन कर अपनी-अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना की. वहीं आरडब्ल्यूए के प्रधान मनमोहन नेगी कहते हैं कि कोरोना काल को देखते हुए आज शिवरात्रि के इस पावन पर्व पर सैनिटाइज और मास्क का ध्यान रखा जा रहा है और सभी लोगों को दूरी बनाकर रहने के लिए भी कहा जा रहा है.

किराड़ी प्रताप विहार शिव मंदिर में मास्क वितरण

100 साल पुराना प्राचीन शिव मंदिर

मुरादनगर में स्थित 100 साल पुराने प्राचीन शिव मंदिर में महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाने आए श्रद्धालु काफी खुश दिखाई दिए हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि बीते साल कोरोना काल की वजह से बहुत ही दुखद रहा कि कोई भी महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर नहीं आ पाया था. लेकिन इस बार महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है. इस बार पूरी तरीके से श्रद्धालु मंदिर आ रहे हैं.

100 साल पुराना प्राचीन शिव मंदिर

गोविंदपुरी के पीपलेश्वर शिव शक्ति मंदिर में जलाभिषेक

दक्षिणी दिल्ली स्थित गोविंदपुरी के पीपलेश्वर शिव शक्ति मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी. वहीं पिछले साल 21 फरवरी महाशिवरात्रि पर कोरोना के संकट के चलते श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचकर भोलेनाथ के दर्शन नहीं कर पाए थे, ना ही जलाभिषेक करने की अनुमति थी, इसीलिए अधिक्तर भक्तों ने घर पर ही महाशिवरात्रि का पर्व मनाया था और घर पर ही भगवान शिव का जलाभिषेक किया था. लेकिन इस बार पूरे 1 साल बाद श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं और अपने इस की पूजा अर्चना कर पा रही है, श्रद्धालु वीना ने कहा कि पिछले साल बाबा ने अपने दर्शन नहीं दिए थे, घर पर ही पूजा करनी पड़ी थी, लेकिन इस बार अच्छे से मंदिर में आकर पूजा कर पा रहे हैं, वहीं अन्य श्रद्धालुओं ने कहा कि कोरोना के डर के चलते मंदिर में आने की अनुमति नहीं थी, इसीलिए घर पर ही पूजा करनी पड़ी थी लेकिन इस बार सुबह से ही पूजा की तैयारियां की गई हैं और अब मंदिर में पहुंचकर अच्छे से पूजा कर पा रही.

पीपलेश्वर शिव शक्ति मंदिर में जलाभिषेक

छतरपुर मन्दिर में कोरोना से बचाव के पुख्ता इंतेजाम

प्रसिद्ध छतरपुर मन्दिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है. काफी संख्या में भक्त बाबा भोलेनाथ के दर्शन कर शिवलिंग में जक चढ़ाने पहुंच रहे हैं. मंदिर प्रशासन ने महाशिवरात्रि के दिन कोरोना से बचाव के लिए तमाम तैयारियां की हुई है. मंदिर के सीईओ किशोर चावला ने बताया कि इस महापर्व दिन की तैयारियों में मंदिर प्रशासन पहले से ही लग गया था. मंदिर में प्रसाद, नारियल, और अन्य सामग्री चढ़ाना वर्जित है. साथ ही सभी भक्तों को इस भयानक बीमारी से बचाने के लिए मुख्य द्वार से एंट्री से पहले सैनिटाइजेशन थर्मल स्क्रीनिंग मास्क लगाना अनिवार्य पूरे मंदिर परिसर में पूजा के दौरान सामाजिक दूरी रखने पर भी विशेष ध्यान दिया गया है.

द्वारका मोड़ स्थित शिव मंदिर

जल चढ़ाने के लिए भक्तों का लगा है तांता

द्वारका मोड़ स्थित शिव मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती पर जल चढ़ाने के लिए भक्तों का ताता लगा हुआ है. इस दौरान मंदिर के पंडित अशोक बृजवासी ने महाशिवरात्रि के महत्व को समझते हुए बताया कि आज के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी तब से उनकी शादी की रात्रि को ही महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है.

रोहिणी सनातन मंदिर में भक्तों का हुजूम

रोहिणी सनातन मंदिर में भी शिव भक्तों का हुजूम

दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 3 स्थित शिव शक्ति सनातन मंदिर में भी शिव भक्तों का हुजूम देखने को मिला. नौजवान से लेकर बच्चे और बुजुर्ग सभी शिव की भक्ति में लीन दिखाई दे रहे हैं. दिल्ली के तमाम मंदिर की तरह यहां भी सभी शिव भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक कर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना कर रहे हैं. इस संबंध में जानकारी देते हुए शिव मंदिर से जुड़े पंडित उद्भव शास्त्री ने बताया कि यह फाल्गुन मास की शिव रात्रि है. इस दिन की खास मान्यता यह है कि इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव का मिलन हुआ था. इसलिए इस दिन जो भी भक्त व्रत कर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना करता है उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.

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