नई दिल्ली: कोरोना के मद्देनजर बरती जाने वाली एहतियातों और बढ़ी जिम्मेदारियों के चलते साफ-सफाई के काम के लिए सफाई कर्मचारियों की किल्लत हो रही है. साउथ एमसीडी में इसके चलते करीब 2000 सफाई कर्मचारियों की जरूरत पड़ रही है. ऐसे में अब नई भर्तियों की मांग भी उठ रही है.
क्यों है किल्लत
कोरोना काल में निगम ने अपने 55 वर्ष से ऊपर की आयु वाले कर्मियों को घर पर ही रहने की सलाह दी है. ऐसे करीब 1400 कर्मचारी हैं. उधर कंटेनमेंट जोन में जिम्मेदारियां निभाने वाले भी सफाई कर्मचारी भी हैं. कई दूसरे राज्यों से आने वाले कर्मचारी भी हैं, जो कोरोना की वजह से अपने काम पर नहीं आ पा रहे हैं. वहीं कुछ लोग कोरोना से संक्रमित भी हैं. कुल मिलाकर इनकी संख्या 2000 तक पहुंच रही है.
कांग्रेस ने उठाई मांग
साउथ एमसीडी में कांग्रेस दल के नेता अभिषेक दत्त कहते हैं कि निगम में 150 कर्मचारी या तो संक्रमित हैं या क्वारंटाइन में हैं. ऐसे में उन्होंने निगम कमिश्नर को पत्र लिखकर नई भर्तियों की मांग की है. वो कहते हैं कि मॉनसून के समय अभी सफाई कर्मचारियों की और जरूरत पड़ने वाली है. ऐसे में इस पर गौर किया जाना चाहिए. वहीं वो कोरोना के चलते जान गंवाने वालों के मुआवजे पर भी ध्यान देने को कहते हैं.
मामला उलझा
साउथ एमसीडी के एक अधिकारी ने बताया कि निगम में सफाई कर्मचारियों की किल्लत का मुद्दा नया नहीं है. तय यार्डस्टिक के मुताबिक ही देखें तो निगम में सफाई कर्मचारी कम हैं. इसके बाद भी वार्ड-टू-वार्ड ट्रांसफर या अतिरिक्त काम लेकर जैसे-तैसे व्यवस्था रखी जा रही है. इसी में अब जब कोरोना के चलते सफाई कर्मचारी संक्रमित होने लगे हैं, तो मामला और उलझ गया है.
कुल 20 हजार कर्मचारी
बता दें कि साउथ एमसीडी में इस वक्त करीब 20 हजार सफाई कर्मचारी हैं. इनका विभाग जोन और वार्ड में क्षेत्रफल के हिसाब से किया गया है. कई पार्षदों की ये पहले भी शिकायत रही है कि उनके इलाके में सफाई कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है, कोरोना काल में अब ये संकेत और गहरा रहा है.