नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान कुलपति पर हमला करने और कार्यालय में तोड़फोड़ करने के लिए दोषी ठहराते हुए 6 छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया है. वहीं जेएनयू छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन के इस निर्णय को प्रतिशोध में लिया गया कदम बताया है.
बता दें कि गौतम शर्मा, मणिकांत पटेल को तत्काल प्रभाव से हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया गया है जबकि आधी राज नायर को कमरा छोड़ने के लिए 24 दिसंबर तक का समय दिया गया है. वहीं प्रतीक उठे और शशिकांत त्रिपाठी को 26 दिसंबर तक हॉस्टल छोड़ने की मोहलत दी गई है.
छात्रों पर कर रहा कार्रवाई
वहीं जेएनयू छात्रसंघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने कार्रवाई पर कहा है कि जेएनयू प्रशासन का झूठा आरोप है. उन्होंने कहा कि जब प्रशासन सीधे तरीके से विरोध नहीं रुकवा सका तो अब इस तरह से छात्रों को दंडित कर बाकी छात्रों पर मानसिक दबाव बनाने और डराने का प्रयास कर रहा है.