नई दिल्ली: देशभर के तमाम मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में राजधानी दिल्ली के छतरपुर मंदिर में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं. मंदिर के सीईओ किशोर चावला ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए तमाम तरह की व्यवस्थाएं की गई हैं. सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा. पूरे मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है.
छतरपुर मंदिर परिसर में पहुंचते ही श्रद्धालुओं को गेट पर सेनेटाइज किया जा रहा है. सेनेटाइजर चैनल से गुजरने के बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है. उसके बाद ही उन्हें मंदिर में प्रवेश करने दिया जा रहा है. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जा रहा है.
टैगोर गार्डन स्थित विशाल शिव मंदिर में एक बार भी सिर्फ 10 लोगों को प्रवेश देने की योजना बनाई गई है. मंदिर कमेटी के महासचिव हरीश भारद्वाज ने बताया कि प्रवेश से पहले ये सुनिश्चित किया जाएगा कि भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए पहुंचने वाला भक्त हाथों को सैनिटाइज करे और मास्क लगाया हो.
पंजाबी बाग इस्कॉन मंदिर में इस बार पूजा-अर्चना के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. इस बार भक्त यूट्यूब चैनल के जरिए घर बैठे पूजा-अर्चना देख सकते हैं. इस बार 9 बार भोग लगेगा और विशेष शृंगार होगा.
नांगलोई में स्थित कृष्ण मंदिर को जन्माष्टमी के मौके पर सजाया गया है. मंदिर के अध्यक्ष राजेश यादव ने बताया कि हम इस साल हर साल के मुकाबले धूमधाम से जन्माष्टमी नहीं मना पा रहे हैं. सभी सावधानियां बरती जा रही हैं, लेकिन इस बार न तो झांकियां निकाली जा रही हैं और ना ही मंदिर में ज्यादा भक्तों के दर्शन की अनुमति दी जा रही है.
नांगलोई हनुमान मार्केट में इस बार जन्माष्टमी के अवसर पर दुकानदार ग्राहक के इंतजार में बैठे हैं. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से ग्राहक बाजार का रुख करने से डर रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि कोरोना की वजह से उनकी बिक्री पर असर पड़ रहा है.
दिल्ली सहित पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. साथ ही कोरोना काल के बीच दिल्ली के सभी मंदिर कोरोना की गाइडलाइन के तहत श्रद्धालुओं के लिए सजकर तैयार है.
द्वारका इस्कॉन मंदिर में हर साल 3 से 4 लाख भक्त दर्शन के लिए पहुंचते थे. लेकिन इस बार कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से सिर्फ 10 हजार लोग ही दर्शन कर पाएंगे. इस बार श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन करने के लिए व्यवस्था की गई है.