नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बिगड़ते हालात को देखते हुए जामिया मिलिया इस्लामिया ने फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा को लेकर एक बड़ा फैसला किया है. जामिया प्रशासन अब छात्रों की ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित नहीं करवाएगा, बल्कि उनका ऑनलाइन एसेसमेंट किया जाएगा.
इसके आधार पर छात्रों का रिजल्ट जारी किया जाएगा. इसके लिए सब्जेक्ट टीचर असाइनमेंट, वाइवा, ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन समेत कोई भी मोड चुन सकेंगे.
'नहीं आयोजित होगी ऑफलाइन परीक्षा'
जामिया प्रशासन द्वारा फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा आयोजित कराने को लेकर एक नोटिस जारी किया गया है. नोटिस में लिखा गया है कि जामिया में देश के हर राज्य से छात्र पढ़ने आते हैं. इस समय ज्यादातर छात्र अपने प्रदेशों को लौट चुके हैं. ऐसे में परीक्षा आयोजित कर उन्हें वापस बुलाना उनकी जान जोखिम में डालना होगा.
इसलिए छात्रों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए जामिया प्रशासन ने तय किया है कि फाइनल ईयर के छात्रों की न ही कोई ऑनलाइन परीक्षा ली जाएगी और न ही कोई ओपन बुक परीक्षा आयोजित होगी. बल्कि उनका केवल ऑनलाइन एसेसमेंट लिया जाएगा. ऑनलाइन असेसमेंट के आधार पर छात्रों को अगली क्लास में भेजा जाएगा.
इंटर्नल असेसमेंट के आधार पर होगा मूल्यांकन
जामिया की स्टैंडिंग अकादमी काउंसिल की मीटिंग में यह तय किया गया है कि जिस तरह कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में जुलाई-अगस्त में ऑफलाइन परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है. साथ ही परीक्षा और रिजल्ट में देरी न हो इसको लेकर यह तय किया गया है कि फाइनल ईयर के छात्रों की फेस टू फेस परीक्षा लेने के बजाय उनका ऑनलाइन एसेसमेंट किया जाए.
इसी फैसले के आधार पर शैक्षणिक सत्र 2019-20 के फाइनल ईयर के छात्रों का ऑनलाइन एसेसमेंट सभी टीचर लेंगे. यह शिक्षक उनके एग्जामिनर की भी भूमिका निभाएंगे. इसके लिए असाइनमेंट, वाइवा, ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन समेत कोई भी मोड तय कर सकते हैं.
छात्रों की ऑनलाइन असेसमेंट के आधार पर यह नंबर दिए जाएंगे. शिक्षक उसी नियम के तहत मूल्यांकन कर छात्रों के नंबर अपलोड करेंगे जो कि संबंधित फैकल्टी के लिए इंटरनल एसेसमेंट एंड सेमेस्टर और प्रैक्टिकल्स के लिए तय किए गए हैं. वहीं एग्जामिनेशन पोर्टल पर नंबरों को अपलोड करने का काम 20 जून तक पूरा किए जाने की बात कही गई है.