नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते दिल्ली पूरी तरह से लॉक डाउन की घोषणा दिल्ली सरकार द्वारा कर दी गई है. 31 मार्च तक दिल्ली को लॉक डाउन किया गया है. दिल्ली से सटे सभी बाहरी राज्यों के बॉर्डर को सील कर दिया गया है ताकि बाहरी राज्यों से कोई भी व्यक्ति या वाहन बिना पुलिस की अनुमति के दिल्ली में प्रवेश ना कर सके. दिल्ली सरकार ने यह कदम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है.
सड़कें हुईं खाली
दिल्ली के जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन का जहां आम दिनों में लोगों की भीड़ रहती थी, लोगों की काफी चहल कदमी रहती थी, वाहनों की लंबी-लंबी कतारें रहती थी, आम दिनों में यहां पर लंबा जाम भी देखने को मिलता था. लेकिन कोरोना वायरस के डर के चलते लोग सड़क पर नहीं निकल रहे हैं. सड़क पर वाहनों की संख्या न के बराबर है. सड़क पर सिर्फ गरीब और मजदूर लोग दिखाई दे रहे हैं, दिल्ली में लॉक डाउन के चलते मजदूरों को काम की समस्या हो गई है.
दिल्ली सरकार ने जारी की एडवाइजरी
दिल्ली सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि 5 से ज्यादा लोग एक साथ इकट्ठे नहीं दिखाई देंगे, लेकिन उसके बावजूद भी सड़क पर लोगों की ज्यादा चहल कदमी दिखाई दे रही है. लोग काफी संख्या में सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं, बसों का इंतजार कर रहे हैं. जो लोग परसों अपनी दुकानें बंद करने के बाद घर आ गए थे वह आज भी अपनी दुकानों को खोलने के लिए जा रहे हैं. पुलिस की मुस्तैदी के कारण वह लोग अपनी दुकान नहीं खोल पा रहे हैं. पुलिस उनकी दुकानों को भी बंद करवा रही है ताकि कोरोना की चपेट में कोई व्यक्ति न आ सके.
लोगों को समझा रही है पुलिस
दिल्ली पुलिस सड़कों पर पेट्रोलिंग कर रही है और लोगों को समझा रही है कि लोग अपने घरों में वापस चले जाएं. 31 तारीख तक दिल्ली को पूरी तरह से लोगों की सुरक्षा के लिए लॉक डाउन कर दिया गया है. 31 तारीख तक किसी भी प्रकार का कोई काम नहीं हो सकता, केवल लोगों की जरूरतों के लिए ही खाद्य सामग्री और दवाइयों की दुकान ही खुलेगी. घरेलू जरूरतों को पूरा करने वाली दुकानों के अलावा पेट्रोल पंप, एलपीजी, जल बोर्ड के दफ्तर खुलेंगे. हालांकि मजदूर लोग काम की तलाश में अभी भी सड़कों पर भटक रहे हैं.
मजदूर वर्ग में लॉकडाउन की वजह से ज्यादा खलबली
सरकार ने लोगों की सुरक्षा के लिए दिल्ली को लॉक डाउन किया है. लॉक डाउन होने की वजह से मजदूर वर्ग का कहना है कि 1 हफ्ते तक यह लोग क्या करेंगे, कैसे अपने बच्चों को पालेंगे.