नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने आईआईटी ग्रेजुएट की धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया है. आरोपी ने मोदी सरकार के नाम पर फर्जी वेबसाइट बना रखी थी. इसके जरिए वो लोगों को फ्री लैपटॉप बांटने की बात करके उनका पर्सनल डाटा इकट्ठा कर रहा था.
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को एक वेबसाइट के बारे में जानकारी मिली, जिसका नाम "मोदी लैपटॉप विश्वगुरु" है. इस वेबसाइट पर पीएम नरेंद्र मोदी की "मेक इन इंडिया" स्कीम का लोगो भी लगा हुआ है. फ्री लैपटॉप पाने के लिए लोग इस फेक वेबसाइट पर खुद को रजिस्टर करते थे, जिसके बाद वेबसाइट लोगों का पर्सनल डाटा मांगती थी. ये डाटा वेबसाइट में सेव हो जाता था, जिसे बेचकर आरोपी मोटी रकम कमाना चाहता था.
CyPAD ने तुरंत की कार्रवाई
पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने जानकारी मिलने के बाद तुरंत आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट के अंतर्गत केस रजिस्टर करके कार्रवाई शुरू कर दी. इस केस को सॉल्व करने के लिए दिल्ली साइबर पुलिस की टेक्निकल टीम CyPAD लैप की मदद ली गई. वेबसाइट के क्रिएटर को ढूंढ लिया गया और उसकी लोकेशन को ट्रेस करके राजस्थान के नागौर डिस्ट्रिक्ट से गिरफ्तार कर लिया गया.
आईआईटी पोस्ट ग्रेजुएट है आरोपी
आरोपी राकेश जांगिड़ (23) आईआईटी ग्रेजुएट है. शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी ने फर्जी वेबसाइट को जल्दी पैसा कमाने के लिए बनाया था. इस वेबसाइट से मिलने वाले डाटा को बेचकर वो पैसे कमाना चाहता था.
हैदराबाद में करता था काम
पूछताछ की गई तो पता चला कि आरोपी राकेश ने हाल ही में अपनी पढ़ाई पूरी की और वो हैदराबाद में एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रहा था. जल्दी और आसान तरीके से पैसे कमाने के लिए उसने इस तरह की वारदात को अंजाम दिया. आरोपी ने अपनी वेबसाइट के जरिए 2 करोड़ लोगों को लैपटॉप देने का झांसा दिया. फिलहाल आगे की जांच-पड़ताल जारी है और उसके साथियों को भी जल्द से जल्द हिरासत में लिया जाएगा.