नई दिल्ली: नॉर्थ एमसीडी इन दिनों भयंकर आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रही है. इसी बीच कांग्रेस नेता मुकेश गोयल ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि हाल ही में बुलाए गए सदन में उन्होंने निगम के आर्थिक हालात को कैसे सुधारा जा सकता है, इसके ऊपर कई सुझाव दिए हैं. उन सुझावों पर निगम अमल करें तो निगम का रेवेन्यू हजारों करोड़ रुपये तक बढ़ाया जा सकता है.
मुकेश गोयल ने आगे कहा कि चांदनी चौक में ओमेक्स परियोजना से निगम को ढाई सौ करोड़ रुपये सालाना प्राप्त होते हैं लेकिन निगम इसकी वसूली के लिए प्रयास नहीं कर रही है. साथ ही नॉर्थ एमसीडी के क्षेत्र में 29 मार्केट है. जिसमें लाइसेंस फीस के रूप में 145 करोड़ प्राप्त होंगे जो कि अभी तक नहीं मिला है.
लाजपत राय मार्केट में 893 दुकानों से निगम ने अभी तक लाइसेंस फीस नहीं ली है. साथ ही इन्हीं दुकानों के लिए लीज और फ्री होल्ड की प्रक्रिया भी पूरी होनी है. जिससे निगम को 900 करोड़ रुपये की आय हो सकती है. इसके इलावा कॉमर्शियल कंपलेक्स लीज होल्ड पर संपत्तियों से करीब ₹11 करोड़ प्राप्त होने हैं. साथ ही सरकारी विभागों को हाउस टैक्स के नोटिस अभी तक निगम के द्वारा नहीं दिए गए हैं. यदि निगम इन सब चीजों पर फोकस करें तो वह आर्थिक बदहाली के दौर से निकल सकती है.
करोड़ों रुपये हाउस टैक्स है बकाया
नॉर्थ एमसीडी की सरकारी संपत्तियों पर करोड़ों रुपये हाउस टैक्स बकाया है, लेकिन अब तक बकाया राशि नहीं मिली है. साथ ही निगम अपने कर्मचारियों को वेतन और पूर्व कर्मचारियों को पेंशन तक नहीं दे पा रही है. जबकि मार्च महीने से निगम अपने पार्किंग और विज्ञापन ठेकेदारों से भी बकाया राशि नहीं वसूल पाई है जो निगम की कार्यशैली को दर्शाता है. अगर निगम अपनी बकाया हाउस टैक्स की राशि के साथ पार्किंग और विज्ञापन के ठेकेदारों से बकाया राशि को वसूल ले तो निगम अपनी आर्थिक बदहाली को काफी हद तक दूर कर सकती है.