नई दिल्ली : दिल्ली हाईकोर्ट आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बीजेपी नेता राजीव बब्बर की ओर से दायर आपराधिक मानहानि के मामले में ट्रायल कोर्ट की ओर से जारी समन के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करेगा. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राजीव बब्बर को नोटिस जारी किया था. जस्टिस अनु मल्होत्रा की बेंच सुनवाई करेगी.
पिछले 28 फरवरी को हाईकोर्ट ने इस मामले पर ट्रायल कोर्ट में चल रही कार्यवाही पर रोक लगा दिया था. 28 जनवरी को राऊज एवेन्यू कोर्ट के सेशंस कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल समेत चार आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की ओर से जारी समन के आदेश के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दिया था. स्पेशल जज अजय कुमार कुहार ने ये आदेश दिया था.
अग्रवाल मतदाताओं के 'नाम कटवाने' का मामला
बीजेपी नेता राजीव बब्बर ने कोर्ट में याचिका दायर कर चारो के खिलाफ दिल्ली में मतदाता सूची से अग्रवाल मतदाताओं के 'नाम कटवाने' का आरोप लगाने के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया है. 16 जुलाई 2019 को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने इस मामले में केजरीवाल को जमानत दी थी. एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने इस मामले में भी दस हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दी थी. 7 जून 2019 को कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के नेताओं आतिशी, सुशील गुप्ता और मनोज कुमार को जमानत दी थी. पिछले 30 अप्रैल को कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार गुप्ता और आतिशी को समन जारी किया था.
'बीजेपी के खिलाफ भड़काने का प्रयास'
बीजेपी के नेता राजीव बब्बर ने आरोप लगाया है कि सोशल मीडिया पर केजरीवाल ने लोगों को बीजेपी के खिलाफ भड़काने का प्रयास किया. दिल्ली में अग्रवाल समाज के लोगों का वोटर लिस्ट से नाम हटाने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान के खिलाफ आपराधिक मानहानि की याचिका दायर की गई है. याचिका में केजरीवाल के अलावा आतिशी मार्लेना, मनोज कुमार और सुशील कुमार गुप्ता को भी आरोपी बनाया गया है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप
आपको बता दें कि अग्रवाल समाज के लोगों का वोटर लिस्ट से नाम हटाने को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप लगाए गए थे. बीजेपी पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी के नेताओं और खुद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली के कुल 8 लाख बनिए वोटरो में से 4 लाख के नाम क्यों कटवाए, जवाब दीजिए. भाजपा की नोटबंदी और जीएसटी जैसी गलत नीतियों की वजह से व्यापारियों के धंधे चौपट हो गए. इसलिए बनिए इस बार भाजपा को वोट नहीं दे रहे, तो क्या इसका मतलब आप उनके वोट कटवा दोगे? ऐसे जीतोगे?