नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट कालेजियम की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस एस मुरलीधर का ट्रांसफर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में करने की अनुशंसा का दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने विरोध किया है. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की आज हुई आपात बैठक में जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में न्यायिक कार्यों के बहिष्कार का आह्वान किया है.
प्रस्ताव चीफ जस्टिस को भी भेजा गया
बैठक में पारित प्रस्ताव में दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर की अनुशंसा की निंदा की है. प्रस्ताव में कहा गया है कि जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर से न केवल इस कोर्ट की गरिमा कम होगी बल्कि आम पक्षकारों का न्याय व्यवस्था पर से विश्वास कम हो जाएगा. प्रस्ताव में जस्टिस मुरलीधर को सबसे अच्छे जजों में से एक बताया गया है. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के इस प्रस्ताव की प्रगति सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को भी भेजा गया है.
सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने की है अनुशंसा
आपको बता दें कि पिछले 12 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर की अनुशंसा के अलावा दूसरे हाईकोर्ट के जजों के ट्रांसफर की भी अनुशंसा की है. सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने बांबे हाईकोर्ट के जस्टिस रणजीत वी मोरे को मेघालय हाईकोर्ट जबकि कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस रवि विजयकुमार मलिमथ का उत्तराखंड हाईकोर्ट में जज के रुप में ट्रांसफर करने की अनुशंसा की है.
जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर की अनुशंसा पर विरोध में उतरा HC बार एसोसिएशन
बैठक में पारित प्रस्ताव में दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर की अनुशंसा की निंदा की है. प्रस्ताव में कहा गया है कि जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर से न केवल इस कोर्ट की गरिमा कम होगी बल्कि आम पक्षकारों का न्याय व्यवस्था पर से विश्वास कम हो जाएगा.
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट कालेजियम की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस एस मुरलीधर का ट्रांसफर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में करने की अनुशंसा का दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने विरोध किया है. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की आज हुई आपात बैठक में जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में न्यायिक कार्यों के बहिष्कार का आह्वान किया है.
प्रस्ताव चीफ जस्टिस को भी भेजा गया
बैठक में पारित प्रस्ताव में दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर की अनुशंसा की निंदा की है. प्रस्ताव में कहा गया है कि जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर से न केवल इस कोर्ट की गरिमा कम होगी बल्कि आम पक्षकारों का न्याय व्यवस्था पर से विश्वास कम हो जाएगा. प्रस्ताव में जस्टिस मुरलीधर को सबसे अच्छे जजों में से एक बताया गया है. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के इस प्रस्ताव की प्रगति सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को भी भेजा गया है.
सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने की है अनुशंसा
आपको बता दें कि पिछले 12 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर की अनुशंसा के अलावा दूसरे हाईकोर्ट के जजों के ट्रांसफर की भी अनुशंसा की है. सुप्रीम कोर्ट कालेजियम ने बांबे हाईकोर्ट के जस्टिस रणजीत वी मोरे को मेघालय हाईकोर्ट जबकि कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस रवि विजयकुमार मलिमथ का उत्तराखंड हाईकोर्ट में जज के रुप में ट्रांसफर करने की अनुशंसा की है.