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सीटू यूनियन के अध्यक्ष की हत्या का आरोपी गार्ड 21 साल बाद गिरफ्तार - Okhla Industrial Area

ओखला औद्योगिक क्षेत्र में सीटू यूनियन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह की हत्या के आरोपी को पूर्वी दिल्ली की स्पेशल स्टाफ की टीम ने 21 साल बाद गिरफ्तार कर लिया गया है.

हत्या का आरोपी गार्ड गिरफ्तार
हत्या का आरोपी गार्ड गिरफ्तार
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Published : Jul 20, 2022, 11:06 PM IST

नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की स्पेशल स्टाफ की टीम ने ओखला औद्योगिक क्षेत्र में सीटू यूनियन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह की हत्या के आरोपी को 21 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अंजनी कुमार सिंह भेष बदल कर दिल्ली के जैतपुर इलाके में रह रहा था और सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम कर रहा था. कोर्ट ने अंजनी को भगोड़ा घोषित कर दिया था.


डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि स्पेशल स्टाफ को उन अपराधियों पर नजर रखने का काम सौंपा गया है जो जघन्य अपराधों को अंजाम देने के बाद फरार है.
स्पेशल स्टाफ के टीम को सूचना मिली कि ओखला औद्योगिक क्षेत्र में सीटू यूनियन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह की हत्या के आरोपी अंजनी कुमार जैतपुर दिल्ली में छिपा हुआ है और ओखला फेज-3 दिल्ली में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम कर रहा है. सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर सतेंद्र खारी के नेतृत्व में एएसआई शैलेश कुमार, एएसआई नीरज कुमार और कॉन्स्टेबल रवि कुमार की टीम का गठन किया गया. टीम ने जाल बिछाकर ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर 15 से अंजनी को गिरफ्तार कर लिया. अंजनी मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है .

हत्या का आरोपी गार्ड गिरफ्तार
डीसीपी के मुताबिक वर्ष 2001 में आरोपी अंजनी कुमार ग्रुप 4 सिक्योरिटी टास्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में गार्ड के रूप में काम कर रहा था और यूनियन का सदस्य था. 12 मार्च 2001 को कंपनी ओर यूनियन नेताओं के बीच हुई बैठक में विवाद और मारपीट हो गई, आरोप है कि आरोपी अंजनी कुमार और उसके साथियों ने सीटू यूनियन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह को बेरहमी से पीटा जिससे उनकी मौत हो गई. घटना के बाद आरोपी अंजनी कुमार मौके से फरार हो गया. घायल अनिल की शिकायत पर पीएस ओखला औद्योगिक क्षेत्र, नई दिल्ली के तहत मामला दर्ज किया गया.इस मामले में 3 आरोपी भगवान ठाकुर, अवधेश और मोहम्मद सलीम को वर्ष 2001 में गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्हें मुकदमे के बाद दोषी ठहराया गया था. अंजनी सहित इस अपराध में शामिल 7 अन्य आरोपी को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया था.इस मामले में भगोड़ा घोषित पांच अपराधियों शिवाजी पांडे, मधुरेंद्र सिंह, सुनील कुमार, राजकुमार और जय प्रकाश यादव को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. लेकिन अंजनी कुमार फरार चल रहा था. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह नियमित रूप से अपने आवासीय पते बदलता रहता था और कभी भी अपनी वास्तविक पहचान का खुलासा नहीं करता था. फिलहाल वह जयपुर में रहकर सुरक्षा गार्ड के तौर पर नौकरी कर रहा था.

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नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की स्पेशल स्टाफ की टीम ने ओखला औद्योगिक क्षेत्र में सीटू यूनियन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह की हत्या के आरोपी को 21 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अंजनी कुमार सिंह भेष बदल कर दिल्ली के जैतपुर इलाके में रह रहा था और सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम कर रहा था. कोर्ट ने अंजनी को भगोड़ा घोषित कर दिया था.


डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि स्पेशल स्टाफ को उन अपराधियों पर नजर रखने का काम सौंपा गया है जो जघन्य अपराधों को अंजाम देने के बाद फरार है.
स्पेशल स्टाफ के टीम को सूचना मिली कि ओखला औद्योगिक क्षेत्र में सीटू यूनियन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह की हत्या के आरोपी अंजनी कुमार जैतपुर दिल्ली में छिपा हुआ है और ओखला फेज-3 दिल्ली में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम कर रहा है. सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर सतेंद्र खारी के नेतृत्व में एएसआई शैलेश कुमार, एएसआई नीरज कुमार और कॉन्स्टेबल रवि कुमार की टीम का गठन किया गया. टीम ने जाल बिछाकर ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर 15 से अंजनी को गिरफ्तार कर लिया. अंजनी मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है .

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डीसीपी के मुताबिक वर्ष 2001 में आरोपी अंजनी कुमार ग्रुप 4 सिक्योरिटी टास्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में गार्ड के रूप में काम कर रहा था और यूनियन का सदस्य था. 12 मार्च 2001 को कंपनी ओर यूनियन नेताओं के बीच हुई बैठक में विवाद और मारपीट हो गई, आरोप है कि आरोपी अंजनी कुमार और उसके साथियों ने सीटू यूनियन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह को बेरहमी से पीटा जिससे उनकी मौत हो गई. घटना के बाद आरोपी अंजनी कुमार मौके से फरार हो गया. घायल अनिल की शिकायत पर पीएस ओखला औद्योगिक क्षेत्र, नई दिल्ली के तहत मामला दर्ज किया गया.इस मामले में 3 आरोपी भगवान ठाकुर, अवधेश और मोहम्मद सलीम को वर्ष 2001 में गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्हें मुकदमे के बाद दोषी ठहराया गया था. अंजनी सहित इस अपराध में शामिल 7 अन्य आरोपी को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया था.इस मामले में भगोड़ा घोषित पांच अपराधियों शिवाजी पांडे, मधुरेंद्र सिंह, सुनील कुमार, राजकुमार और जय प्रकाश यादव को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. लेकिन अंजनी कुमार फरार चल रहा था. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह नियमित रूप से अपने आवासीय पते बदलता रहता था और कभी भी अपनी वास्तविक पहचान का खुलासा नहीं करता था. फिलहाल वह जयपुर में रहकर सुरक्षा गार्ड के तौर पर नौकरी कर रहा था.

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