नई दिल्ली: हजरत निजामुद्दीन मरकज मामले को लेकर एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद अब पुलिस ने मरकज को खाली करवा दिया है. बता दें कि तमिलनाडु के 50, दिल्ली के 24, तेलंगाना के 21, आंध्र प्रदेश के 18, अंडमान के 10 और असम-कश्मीर के एक-एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले.
यहां जानें कब क्या हुआ ?
- 12-13 मार्च: बताया जा रहा है कि 12-13 मार्च के आसपास देश-विदेश से कई लोग धार्मिक कार्यक्रम के लिए इकट्ठा हुए.
- 16 मार्च: सीएम अरविंद केजरीवाल ने 31 मार्च तक सभी कार्यक्रमों पर रोक लगा दी. हालांकि तबलीगी जमात में लोग मौजूद रहे.
- 22 मार्च: देश में जनता कर्फ्यू के दौरान जमात से बड़ी संख्या में लोग जाने लगे.
- 23 मार्च: जमात सेंटर के मुताबिक करीब 1500 लोग अलग-अलग राज्यों में चले गए.
- 24 मार्च: पीएम मोदी ने रात 8 बजे लॉकडाउन का ऐलान किया. निजामुद्दीन के एसएचओ मुकेश वालिया ने जमात के प्रतिनिधियों से जगह खाली करने को कहा.
- 27 मार्च: तबलीगी जमात में शामिल जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक व्यक्ति की मौत के बाद एसडीएम की मौजूदगी में पुलिस ने जमाती मरकज को क्वारंटाइन कर दिया.
- 30 मार्च: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल से इस मामले में एफआईआर की मांग की.
- 30-31 मार्च: पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने करीब 1 हजार लोगों को बाहर निकाला जिनमें से 334 को अस्पताल भेजा गया. 24 लोग कोरोना पीड़ित पाए गए.
- 31 मार्च: दिल्ली पुलिस ने इस मामले में मौलाना साद समेत अन्य तबलीगी जमात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
- 31 मार्च: मंगोलपुरी मस्जिद में 7 विदेशी नागरिकों के रहने की सूचना मिली जिसके बाद उन्हें क्वारेंटाइन किया गया.
- 1 अप्रैल: निजामुद्दीन मरकज को पूरी तरह खाली कराया गया, कुल 2361 लोगों को वहां से निकाला गया. अलग-अलग राज्यों में अभी भी मरकज में शामिल होने वाले लोगों की तलाश जारी है.