नई दिल्लीः हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की पहाड़ियों में भारी बारिश के बाद दिल्ली में बाढ़ का खतरा (Delhi Flood Warning) मंडराने लगा है. पहाड़ियों में बारिश की वजह से यमुना नदी का जलस्तर (Yamuna river water level) लगातार बढ़ रहा है. हथनीकुंड बैराज से गुरुवार को दो लाख 21 हजार 786 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो शुक्रवार शाम तक दिल्ली पहुंचेगा. ऐसे में संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए दिल्ली प्रशासन की तरफ से अलर्ट जारी कर दिया गया है. यमुना किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित जगह जाने के लिए कहा गया है.
प्रशासन की टीम लगातार स्पीकर से अनाउंस कर यमुना किनारे से हट जाने के निर्देश दे रही है. बता दें फिलहाल यमुना का जलस्तर पुरानी रेलवे ब्रिज के पास 203.98 मीटर है. अनुमान है कि दोपहर एक बजे तक यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार करते हुए 204.80 मीटर हो जाएगा. दिल्ली में यमुना का चेतावनी स्तर 204.50 मीटर है. खतरे का निशान 205.33 मीटर है. दिल्ली में 6 सितंबर 1978 को यमुना खतरे के निशान से ऊपर 207.49 मीटर तक पहुंच चुकी थी.
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बाढ़ एवं नियंत्रण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यमुना का जलस्तर बढ़ने की वजह हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड पहाड़ियों में लगातार हो रही बारिश है. बारिश की वजह से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. हथिनीकुंड से निकलने वाला डिस्चार्ज डाउनस्ट्रीम दिल्ली में पानी के स्तर को निर्धारित करता है. पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर लगभग तीन दिन लगते हैं. विभाग ने सभी सेक्टर अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने और संवेदनशील जगहों पर उचित कार्रवाई करने की सलाह दी है.