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कोरोना पीड़ित का बड़ा आरोप, कहा- घरवालों को सूचित किए बिना सड़क पर छोड़ दिया

दिल्ली में क्वारंटाइन सेंटर पर बुजुर्ग कोरोना मरीज के साथ लापरवाही बरतने का आरोप है. आरोप है कि बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव मरीज को छतरपुर क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया और 4 दिन बाद बिना किसी कोरोना टेस्ट और घरवालों को सूचित किए बिना उन्हें सड़क पर छोड़ दिया गया.

Chhatarpur Quarantine Center
छतरपुर क्वारंटाइन सेंटर
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Published : Sep 24, 2020, 6:35 PM IST

नई दिल्ली : दिल्ली के क्वारंटाइन सेंटर से लापरवाही की चौंकाने वाली खबर सामने आई है. इसमें 65 साल के एक बुजुर्ग ने आरोप लगाया है कि महज 4 दिन के लिए उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया और फिर उन्हें घर से दूर डाबड़ी मोड़ पर छोड़ दिया गया, जबकि उनका घर नांगल राय में है.

वीडियो रिपोर्ट



नांगल राय के रहने वाले 65 साल के बुजुर्ग रामाश्रय का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था. पहले उन्होंने यह कोशिश की कि उनका दाखिला ईएसआईसी हॉस्पिटल में हो जाए, क्योंकि उस हॉस्पिटल का उनके पास कार्ड था. रामाश्रय सरकारी विभाग से रिटायर हुए हैं, लेकिन ईएसआईसी अस्पताल में उन्हें दाखिला नहीं मिला. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 6 दिन तक रामाश्रय घर पर ही रहे.

परिजनों को नहीं दी गई सूचना

परिजनों का आरोप है कि एक दिन स्वास्थ्य महकमे के लोग आए और उनके पिता को यह कह कर ले गए कि इन्हें होम क्वारंटाइन नहीं रखा जा सकता. परिजनों के मुताबिक इसके बाद रामाश्रय को जबरन दिल्ली के छतरपुर स्थित क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया. क्वरांटाइन सेंटर ले जाने के बाद महज 4 दिन बाद बुधवार शाम को उन्हें वापस छोड़ दिया गया.

परिजनों का आरोप है कि बिना कुछ बताए और कोरोना टेस्ट रिपोर्ट दिए उन्हें क्वारंटाइन सेंटर से लाकर डाबरी मोड़ पर छोड़ दिया गया, जबकि यह जगह उनके घर बहुत ज्यादा दूर थी. क्वारंटाइन सेंटर की या स्वास्थ्य महकमे की ओर से उनके परिजनों को भी इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि रामाश्रय को आज क्वारंटाइन से भेजा जा रहा है.

रामाश्रय के बेटे के मुताबिक उनके पिता डाबरी मोड़ पर छोड़े जाने के बाद ऑटो लेकर घर पहुंचे. रामाश्रय के बेटे का आरोप है कि उनके पिता का क्वारंटाइन सेंटर में कोरोना टेस्ट नहीं हुआ और 4 दिन बाद उन्हें घर से बहुत दूर छोड़ दिया गया.

नई दिल्ली : दिल्ली के क्वारंटाइन सेंटर से लापरवाही की चौंकाने वाली खबर सामने आई है. इसमें 65 साल के एक बुजुर्ग ने आरोप लगाया है कि महज 4 दिन के लिए उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया और फिर उन्हें घर से दूर डाबड़ी मोड़ पर छोड़ दिया गया, जबकि उनका घर नांगल राय में है.

वीडियो रिपोर्ट



नांगल राय के रहने वाले 65 साल के बुजुर्ग रामाश्रय का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था. पहले उन्होंने यह कोशिश की कि उनका दाखिला ईएसआईसी हॉस्पिटल में हो जाए, क्योंकि उस हॉस्पिटल का उनके पास कार्ड था. रामाश्रय सरकारी विभाग से रिटायर हुए हैं, लेकिन ईएसआईसी अस्पताल में उन्हें दाखिला नहीं मिला. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 6 दिन तक रामाश्रय घर पर ही रहे.

परिजनों को नहीं दी गई सूचना

परिजनों का आरोप है कि एक दिन स्वास्थ्य महकमे के लोग आए और उनके पिता को यह कह कर ले गए कि इन्हें होम क्वारंटाइन नहीं रखा जा सकता. परिजनों के मुताबिक इसके बाद रामाश्रय को जबरन दिल्ली के छतरपुर स्थित क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया. क्वरांटाइन सेंटर ले जाने के बाद महज 4 दिन बाद बुधवार शाम को उन्हें वापस छोड़ दिया गया.

परिजनों का आरोप है कि बिना कुछ बताए और कोरोना टेस्ट रिपोर्ट दिए उन्हें क्वारंटाइन सेंटर से लाकर डाबरी मोड़ पर छोड़ दिया गया, जबकि यह जगह उनके घर बहुत ज्यादा दूर थी. क्वारंटाइन सेंटर की या स्वास्थ्य महकमे की ओर से उनके परिजनों को भी इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि रामाश्रय को आज क्वारंटाइन से भेजा जा रहा है.

रामाश्रय के बेटे के मुताबिक उनके पिता डाबरी मोड़ पर छोड़े जाने के बाद ऑटो लेकर घर पहुंचे. रामाश्रय के बेटे का आरोप है कि उनके पिता का क्वारंटाइन सेंटर में कोरोना टेस्ट नहीं हुआ और 4 दिन बाद उन्हें घर से बहुत दूर छोड़ दिया गया.

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