नई दिल्ली : 13 से ज्यादा बैंकों में अलग-अलग नाम और पते पर बैंक अकाउंट खुलवा कर डेबिट व क्रेडिट कार्ड लेने वाले एक गैंग को दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने गिरफ्तार किया था. इसी मामले में पुलिस ने आगे की छानबीन करते हुए दो और लोगों को गिरफ्तार किया है, जो इन 8 लोगों के फ्रॉड डॉक्यूमेंट बनाते थे. गिरफ्तार हुए इन 2 लोगों में उमेश चंद्र और रवि सचदेवा शामिल है.
पूछताछ में मिली जानकारी
इकोनॉमिक ऑफेंस विंग के ज्वाइंट कमिश्नर ओपी मिश्रा के अनुसार पहले गिरफ्तार हुए 8 लोगों से जब पुलिस ने आगे की पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे सब रवि और उमेश से ही अपने फ्रॉड डॉक्यूमेंट बनवाते थे और उन्हीं के कहने पर वे लोग अपनी वेशभूषा भी बदलते थे.
डीसीपी की देखरेख में टीम ने किया गिरफ्तार
रवि और उमेश के बारे में मिली जानकारी के बाद इकोनॉमिक ऑफेंस विंग के डीसीपी मोहम्मद अली की देखरेख में एसीपी वीरेंद्र सिंह सेजवान, इंस्पेक्टर प्रदीप राय, गणपति महाराज, सब इंस्पेक्टर नवीन दहिया, पवन कुमार, रितेश कुमार, रामकेश, एएसआई ताहर सिंह, ब्रहम प्रकाश, रघुवीर, महिला हेड कांस्टेबल गीता, महिला कांस्टेबल गीतू, कॉन्स्टेबल अनुज, सुभाष, प्रवीण अनूप और कुलदीप की टीम ने इन दोनों को भी इनके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया.
फेक डॉक्यूमेंट बनाने के लिए लेते थे रुपये
इनके पास से पुलिस टीम ने दो लैपटॉप प्रिंटर मशीन, आई स्कैनर, दो हार्ड डिक्स और कई फेक आईडेंटिटी पेपर्स बरामद किए है. पुलिस के अनुसार यह लोग फेक पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनाने के लिए 5000 से 10000 रुपये लेते थे, जबकि आधार कार्ड बनाने के लिए 25000 रुपये लेते थे.
पूछताछ कर रही है पुलिस
पुलिस को शक है कि इन दोनों ने इस गैंग के अलावा अन्य लोगों के बीच डाक्यूमेंट्स बनाए होंगे. जिसके आधार पर पुलिस इन दोनों से पूछताछ कर इस मामले में और जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है.